Ratan Tata Biography In Hindi । इनका पूरा नाम रतन नवल टाटा है । इनका जन्म 28 दिसम्बर 1937 को सूरत गुजरात में हुआ था । ये इस समय वर्तमान में भारत के सबसे बड़े ब्यापारिक समूह टाटा समूह के चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं । ये नवल टाटा के बेटे हैं । रतन टाटा को नवजबाई टाटा ने अपने पति की मृत्यु के बाद गोंद लिया था , क्योकि नवजबाई टाटा अकेली पड़ गयीं थी । उस समय रतन टाटा 10 साल के थे । रतन टाटा के एक छोटे भाई भी थे । जिनका नाम जिमी टाटा था जो 7 साल के थे । 1940 ई . में इनके माता पिता एक दूसरे से अलग हो गए थे ।
नवजबाई टाटा ने दोनों भाइयो की परवरिश की थी । जो बहुत शख्त मिजाज की थी । लेकिन अंदर से बहुत नरम दिल थीं । इनके एक सौतेले भाई नोएल टाटा भी हैं ।
Ratan Tata Biography In Hindi (रतन टाटा का जीवन परिचय )
रतन टाटा क बारे में कुछ महत्व पूर्ण जानकारी निम्न लिखित है ।
1 | Name (नाम ) | रतन नवल टाटा |
2 | Father,s Name (पिता का नाम ) | नवल टाटा |
3 | Mother,s Name (माता का नाम ) | सूनू टाटा |
4 | Date of Birth (जन्म तिथि ) | 28/12/1937 |
5 | Birth of Place ( जन्म स्थान ) | सूरत गुजरात |
6 | Education (शिक्षा ) | बी एस डिग्री संरचनात्मक इंजीनियरिंग एवं वास्तु कला में उन्नत प्रबंधन कार्यक्रम |
7 | Cast (जाति ) | पारसी |
8 | Home Town (निवास ) | मुंबई |
9 | Marital Status | अविवाहित |
10 | Nationality | भारतीय |
11 | profession (पेशा ) | उद्योग |
12 | प्राथमिक स्कूल | कैंपियन स्कूल मुंबई |
13 | माध्यमिक विद्यालय | बिशप कॉटन स्कूल शिमला |
14 | उच्च शिक्षा | Riverdale Country school न्यूयार्क |
15 | पुरस्कार | पद्म बिभूषण (2008) ,OBE (2009) |
रतन टाटा का ब्यावहारिक जीवन
रतन टाटा का स्वभाव बहुत ही सुंदर है । ये शांत प्रवृति के एवं शर्मीले ब्यक्ति हैं । इनका आचरण बहुत ही उत्तम है । रतन टाटा बहुत ही सामान्य जीवन जीते हैं । इनको दिखावा बिल्कुल भी पसंद नहीं है । ये बहुत ही परोकारी ब्यक्ति हैं । अपने स्टॉफ के के प्रति इनका रवैया हमेशा बहुत ही उत्तम रहा है । ये एक परोपकारी ब्यक्ति हैं । इन्हे परोपकार की वजह से बहुत सारे पुरस्कार मिल चुके हैं । Ratan Tata Biography In Hindi
रतन टाटा कैसे बने देश के सबसे बड़े उद्योगपति
- रतन टाटा सबसे पहले लॉस एंजिल्स , कैलिफोर्निया मे स्थित जोन्स एंड एमोन्स में काम किया । रतन टाटा अमेरिका में ही बसना चाहते थे । लेकिन उनकी दादी की तबीयत खराब हो गयी । इसी कारण बस अमेरिका में बसने का सपना छोड़कर भारत वापस आ गए । और IBM में काम मरने लगे । ये बात जेआरडी टाटा को अच्छी नहीं लगी । जिसके कारण उन्होने रतन टाटा को टाटा ग्रुप के साथ काम करने को कहा । यहीं से उनके कैरियर की शुरुवात हुई । और पीछे मुड़कर नहीं देखा ।
- रतन टाटा ने 1961 से टाटा के साथ मिलकर काम करना चालू किया । शुरुवात में रतन टाटा ने शॉप फ्लोर पर काम किया फिर बाद में टाटा ग्रुप की कंपनियों के साथ मिलकर काम करने लगे । और बहुत लगन के साथ काम करने लगे । काम की लगन को देखते हुए 1971 में नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी (nelco) का डायरेक्टर चुन लिया गया ।
- 1981 में टाटा कंपनी बहुत घाटे में आ गयी थी । जो लगभग 40% घाटे में चल रही थी । इन्ही सब को देखते हुए इन्हे टाटा का अध्यक्ष चुन लिया गया, जिसके बाद फिर से मुनाफे में चलाने लगी और थोड़े समय के बाद ही 1991 में रतन टाटा को टाटा ग्रुप का उत्तराधिकारी बना दिया गया ।
- रतन टाटा ने अपनी सूझ बुझ से काम करके टाटा ग्रुप की किस्मत ही बदल डाले । कंपनी का ग्रोथ बहुत बढ़ गया । और टाटा का नाम पूरी दुनियाँ मे छा गया । Ratan Tata Biography In Hindi
- टाटा ने अपनी पहली कार टाटा इंडिका नाम से 1998 मे लांच किया । इसके बाद एक के बाद कई कारें बाजार में उतारा जो टेटली , जेगुयार ,लैंड रोवर और कोरस नाम से थीं । इसके बाद उन्होने वर्ड की सबसे सस्ती कर टाटा नैनो निकाला जो फ्लाफ हो गयी ।
- 28 दिसम्बर 1912 को टाटा समूह की सभी जिम्मेदारियों से रतन टाटा रिटायर हो गए । Ratan Tata Biography In Hindi
इस प्रकार से रतन टाटा एक ग्रेट ब्यक्तित्व वाले व्यक्ति हैं । Ratan Tata Biography In Hindi । इनका देश के प्रति बहुत बड़ा योगदान है । देश का हर बच्चा जनता है रतन टाटा को ।अब आप जान ही गए होंगे रतन टाटा के बारे में ।
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