Saikhom Mirabai Chanu : मीराबाई चानू एक प्रसिद्ध भारतीय भारोत्तोलन खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 2021 के टोक्यो ओलंपिक में 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता है। वह भारत की पहली महिला हैं, जिन्होंने इस खेल में ओलंपिक पदक हासिल किया है। मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को मणिपुर के इम्फाल में हुआ है। उनके पिता साइखोम कृति मैतेई PWD डिपार्टमेंट में काम करते हैं, और माता साइकोहं ऊँगबी तोम्बी लीमा एक दुकानदार हैं।
मीराबाई चानू के पदक
मीराबाई चानू का पहला संपर्क भारोत्तोलन से 12 साल की उम्र में हुआ, जब उन्होंने 35 किग्रा के पत्थर को सरलता से उठा लिया। उनके प्रेरक में से एक कर्णम मल्लेश्वरी हैं, जो 2000 के सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली पहली (और अबतक की) एकमात्र भारतीय महिला हैं।
Saikhom Mirabai Chanu
मीराबाई चानू का प्रोफेशनल कैरियर 2014 में रजत पदक जीतने के साथ राष्ट्रमंडल खेल में 48 किग्रा वर्ग में 170 किग्रा (75 स्नैच + 95 क्लीन & जर्क) कुल वजन उठा कर प्रारंभ हुआ। 2016 में, वह 48 किग्रा वर्ग में 192 किग्रा (85 स्नैच + 107 क्लीन & जर्क) कुल वजन उठा कर सोने का पुरस्कार प्राप्त करने के साथ-साथ, 2016 सुमर-परम्परा-प्रति-स्पर्धा-प्रति-योगिता-में-भारत-के-लिए-योग्यता प्राप्त करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। लेकिन, रियो ओलंपिक में, उन्होंने क्लीन & जर्क में तीनों प्रयासों में विफलता का सामना करना पड़ा, और पदक जीतने में असफल रहीं।
2017 में, मीराबाई चानू ने 48 किग्रा वर्ग में 194 किग्रा (85 स्नैच + 109 क्लीन & जर्क) कुल वजन उठा कर स्वर्ण पदक प्राप्त करने के साथ-साथ, 2017 विश्व भारोत्तोलन चैम्पियनशिप, अनाहाइम, कैलीफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली (और अबतक की) एकमात्र भारतीय महिला हैं।
2018 में, मीराबाई चानू ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में 48 किग्रा वर्ग में 196 किग्रा (86 स्नैच + 110 क्लीन & जर्क) कुल वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता, और साथ ही साथ, 48 किग्रा वर्ग में संसार का सर्वोत्तम प्रस्तुति किया।
2021 में, मीराबाई चानू ने 49 किग्रा वर्ग में 202 किग्रा (87 स्नैच + 115 क्लीन & जर्क) कुल वजन उठाकर 2021 के टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक हासिल किया, और साथ ही साथ, 49 किग्रा वर्ग में संसार का सर्वोत्तम प्रस्तुति किया। motivenews.net Dutee Chand Biography : Triumphs, Challenges, and Inspiring Journey of a Trailblazing Athlete
मीराबाई चानू का जीवन परिचय
मीराबाई चानू एक भारतीय महिला भारोत्तोलक हैं, जिन्होंने 2020 टोक्यो ओलंपिक में 49 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीता। वह भारत की पहली महिला भारोत्तोलक हैं जिन्होंने ओलंपिक में पदक जीता है।
मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को मणिपुर के नोंगपोक काकचिंग में एक मैतेई हिंदू परिवार में हुआ था। उनके पिता, लकबांग चानू, एक किसान थे और उनकी मां, थोइबा देवी, एक गृहिणी थीं।
मीराबाई चानू ने अपने खेल करियर की शुरुआत 12 साल की उम्र में की थी। वह अपने घर में जलाऊ लकड़ी का भारी बोझ उठाती थीं, जिसने उनकी ताकत और सहनशक्ति को बढ़ावा दिया। 15 साल की उम्र में, उन्हें मणिपुर राज्य सरकार द्वारा भारोत्तोलन में प्रशिक्षण के लिए चुना गया।
मीराबाई चानू ने 2013 में अपने करियर की पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया। उन्होंने 2014 एशियाई खेलों में रजत पदक जीता, और 2016 रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहीं।
2020 टोक्यो ओलंपिक में, मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीता। उन्होंने स्नैच में 87 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 119 किलोग्राम का भार उठाया, जिसका कुल 206 किलोग्राम था। यह भारत का ओलंपिक इतिहास में पहला रजत पदक था।
मीराबाई चानू को उनके खेल में उपलब्धियों के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। उन्हें 2020 में पद्म भूषण और 2017 में पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था।
मीराबाई चानू भारत की एक प्रेरणादायक महिला हैं। उन्होंने अपने खेल कौशल और कड़ी मेहनत के माध्यम से देश का नाम रोशन किया है। वह भारत की युवा पीढ़ी के लिए एक रोल मॉडल हैं।
मीराबाई चानू की उपलब्धियां
- 2020 टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक
- 2014 एशियाई खेलों में रजत पदक
- 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक
- 2017 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक
- 2016 रियो ओलंपिक में चौथा स्थान
मीराबाई चानू को मिले पुरस्कार और सम्मान
- भारत रत्न (2022)
- पद्म भूषण (2020)
- पद्म श्री (2017)
- अर्जुन पुरस्कार (2014)
- मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (2017)
- राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (2020)
- द्रोणाचार्य पुरस्कार (2019)
मीराबाई चानू के बारे में कुछ रोचक तथ्य
- उनका जन्म मणिपुर के नोंगपोक काकचिंग गांव में हुआ था।
- उनकी मां, थोइबा देवी, एक गृहिणी हैं और उनके पिता, लकबांग चानू, एक किसान हैं।
- उन्होंने अपने खेल करियर की शुरुआत 12 साल की उम्र में की थी।
- वह 2014 एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भारोत्तोलक थीं।
- वह 2020 टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भारोत्तोलक थीं।
मीराबाई चानू एक सच्ची प्रेरणा हैं। उन्होंने अपने खेल कौशल और कड़ी मेहनत के माध्यम से देश का नाम रोशन किया है। वह भारत की युवा पीढ़ी के लिए एक रोल मॉडल हैं।