Mahima Chaudhary | महिमा चौधरी का जीवन परिचय

Mahima Chaudhary biography in hindi , महिमा चौधरी का जीवन परिचय , Mahima Chaudhary, महिमा चौधरी एक भारतीय एक्ट्रेस हैं । इन्होंने बहुत सारी हिंदी फिल्में किया है । बहुत सारी फिल्में हिट भी रहीं हैं ।

Mahima Chaudhary
Mahima Chaudhary

महिमा चौधरी का जीवन परिचय

13 सितम्बर 1973 को महिमा चौधरी का जन्म दार्जलिंग पश्चिमी बंगाल में हुआ था । इनका बचपन का नाम ऋतु चौधरी था । इनकी मां एक नेपाली थीं जबकि पिता उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे ।

महिमा ने अपनी शादी 2006 में बॉबी मुखर्जी से की थी , लेकिन उनकी शादी के 10 साल बाद ही 2016 में यह रिश्ता टूट गया । इनसे एक बेटी पैदा हुई थी जिसका नाम आर्याना चौधरी है ।

Mahima Chaudhary के जीवन से जुड़ी कुछ खास जानकारी

वास्तविक नामऋतु चौधरी
जन्म तिथि13 सितम्बर 1973
ऊंचाई5 फुट 4 इंच
वजन65kg
आंख का रंगभूरा
बाल का रंगभूरा
जन्म स्थानदार्जिलिंग पश्चिमी बंगाल
प्राथमिक विद्यालयडाउ हिल इन कुरसिओंग
कॉलेजलोरेटो कॉलेज दार्जिलिंग
शैक्षिक योग्यताबैचलर डिग्री
हॉबीतैराकी , खाना बनाना , पढ़ना
पसंदीदा अभिनेत्रीजूही चावला
पसंदीदा अभिनेताशाहरुख खान
पसंदीदा कलर काला
पसंदीदा भोजन मछली करी
वैवाहिक स्थितिविवाहित
पति का नामबॉबी मुखर्जी
बेटी का नामअरियाना चौधरी

महिमा चौधरी की शिक्षा

हाई स्कूल तक की पढ़ाई महिमा चौधरी ने डाउन हिल स्कूल से किया था । लोरेटो कॉलेज दार्जिलिंग से बाकी आगे की पढ़ाई पूरी की । इनका मन पढ़ाई में नहीं लगा इसलिए इन्होंने 1990 में पढाई छोड़कर मॉडलिंग में अपना कैरियर शुरू किया । साथ ही बहुत से विज्ञापनों में भी काम किया ।

Mahima Chaudhary ka Careers

महिमा ने अपनी पहली फिल्म की शुरुआत 1997 में परदेश से किया था । इसका श्रेय सुभाष घई को जाता है जिन्होंने महिमा चौधरी को हिंदी फिल्म के लिए ऑफर किया था । इस फिल्म के लिए इनको फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला था ।

इसके बाद दाग दी फायर फिल्म में नजर आई । इस फिल्म में डबल रोल में एक्टिंग की थी । ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही । इसके लिए बहुत प्रशंसा हुई । इसके बाद लज्जा फिल्म में बहुत दमदार अभिनय किया । जो दहेज प्रथा के खिलाफ थी ।

महिमा चौधरी ने एक के बाद एक हिट फिल्में किया था । जो बहुत ही कामयाब रही हैं ।

महिमा चौधरी द्वारा की गई प्रमुख फिल्में

S N फिल्म का नामवर्ष
1परदेस1997
2धड़कन2000
3दिल है तुम्हारा2002
4ओम जय जगदीश हरे2002
5तेरे नाम2003
6बागबान2003
7एल ओ सी 2003
8साया2003
9दोबारा2004
10जमीर द फायर विदीन2005
11कुछ मीठा हो जाए2005
12सेहर2005
13फिल्म अभिनेता2005
14होम डिलीवरी2005
15सौतन दूसरी औरत2006
16सैंडविच2006
17कूडियो का है जमाना2006
18सरहद पार2006
19गुमनाम2008
20गैंगस्टर2015
21डार्क चॉकलेट2016
Mahima Chaudhary

पुरस्कार एवम अवार्ड

महिमा चौधरी ने कई पुरस्कार और अवार्ड जीते हैं जो निम्न लिखित हैं :

  1. Zee Cine awards for best Female debut – pardes 1998
  2. Zee Cine award Lux face of the year -pardes 1998
  3. Filmfare Lux new face award – Pardes
  4. Bollywood Movie Award for best supporting actress -Dhadakan -2001

महिमा चौधरी को ब्रेस्ट कैंसर

महिमा चौधरी को ब्रेस्ट कैंसर भी हो गया था जो बहुत दिनों तक छुपाए रखा । अनुपम खेर ने जब फोन किया तो वह अपने आप को रोक नहीं पाईं । बहुत ही भाउक हो गई और अपने आपको कैंसर होने की बात को साझा किया । इससे पहले इनके माता पिता को भी पता नहीं था । कीमो थिरेपी की वजह से इनके पूरे बाल झड़ चुके हैं ।

महिमा चौधरी अपना इलाज अमेरिका में करवाकर लौट चुकी हैं और अब पूरी तरह से स्वस्थ भी हो चुकी हैं ।

महिमा चौधरी एक बहुत ही बेहतरीन अदाकारा हैं । जिन्होंने बहुत सारी हिट फिल्में दी हैं । और भी लोगों के जीवन के बारे जानकारी चाहिए तो पढें Rashmika Mandanna Biography , Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी and Motivenews.net

Thamarai Selvi |थमराई सेल्वी का जीवन परिचय

Thamarai Selvi

Thamarai Selvi एक तमिल भारतीय एक्ट्रेस हैं । इनका जन्म 17 मई 1989 को पुदुकोट्टई तमिलनाडु में हुआ था । इस पोस्ट में थमराई सेल्वी का जन्म स्थान ,माता पिता , भाई , बहन ,पति और ब्वॉयफ्रेंड आदि की पूरी जानकारी दी गई है । पहले बहुत कम लोग इन्हें जानते थे लेकिन बिग बॉस में आने के बाद काफी लोग इन्हें जानने लगे हैं ।

Thamarai Selvi
Thamarai Selvi

Thamarai Selvi का जीवन परिचय हिन्दी में

1पूरा नामथमराई सेल्वी
2जन्म तिथि15 मई 1989
3पिता का नामअभी पता नहीं
4 माता का नामअभी पता नहीं
5पति का नामसारथी
6जन्म स्थानपुदुकोट्टई तमिलनाडु
7बच्चों का नामशिवरामन
मेशा वर्धन
8वजन75 kg
9लंबाई5 फुट 3 इंच
10बालों का रंगकाला
11आंखो का रंगकाला
12वैवाहिक स्थिति विवाहित
13धर्म हिन्दू
14राष्ट्रियता भारतीय
15भाई का नाम अभी पता नहीं
16बहन का नाम अभी पता नहीं
17बॉयफ्रेंड का नाम अभी पता नहीं
18प्रसिद्धि का कारण बिग बॉस 5
19पेशा ड्रामा एक्ट्रेस , एक्ट्रेस
20बर्तमान निवास चेन्नई , तमिल नाडु , भारत
थमराई सेल्वी का जीवन परिचय

थमराई सेल्वी का कैरियर

थमराई को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था । वे बहुत से नाटकों मे काम कर चुकी हैं । बहुत से गांवों और त्यौहारों में भी नाटक पार्टी जाया करती थीं । शुरुआत में इन्हें बहुत कम लोग ही जानते थे लेकिन जब इन्हे बिग बॉस सीजन 5 में जबसे इन्हे चुना गया तबसे इनकी अच्छी ख़ासी पहचान बन गयी गई है । अब अपने अच्छे प्रदर्शन के कारण काफी लोग पसंद करने लगे हैं ।

कमल हसन द्वारा होस्ट बिग बॉस अल्टिमेट में इस समय एक प्रतियोगी के रूप में दिखाई दे रहीं है । जो विजय टीवी पर प्रसारित किया जा रहा है ।

थमराई सेल्वी के कुछ रोचक तथ्य

  • थमराई की पहचान बिग बॉस सीजन 5 से हुई थी ।
  • ये पाँच भाषाओं मे कम कर चुकी हैं , जिनमे से मुख्य भाषा तमिल है ।
  • ये अपने बारे मेन ज्यादा जानकारी साझा नहीं करती हैं ।
  • थमराई सेल्वी एक नादगा क्लैग्नर हैं , कोविल थिरुविलास और बिभिन्न आयोजनों मे वल्ली थिरुमानम नगदम करती हैं ।
  • ये अक्सर करके शो मेन कामेडी रोल करती हैं ।

और पढ़ें Rashmika Mandanna Biography,,Rashmika Mandanna | रश्मिका मंदाना और motivenews

Quest. थमराई सेल्वी कौन हैं ?

Ans. थमराई सेल्वी एक मशहूर ड्रामा आर्टिस्ट हैं । इनके पति का नाम सारथी है । ये पुदुकोट्टई तमिलनाडु की रहने वाली हैं । ये बिग बॉस सीजन 5 में काम करने के बाद से मशहूर हो गयी हैं ।

Quest. थमराई के पति का नाम क्या है ?

Ans. थमराई के पति का नाम सारथी है ।

Quest.निरूप नन्दकुमार कौन हैं ?

Ans. निरूप नंदकुमार एक भारतीय मॉडल हैं । ये एक अच्छे ब्यावसाइक और तमिलनाडु मेन एक अभिनेता हैं । ये बिग बॉस रियल्टी शो बिग बॉस सीजन 5 2021 से मशहूर हुए हैं ।

Ratan Tata Biography In Hindi

Ratan Tata Biography In Hindi
Ratan Tata Biography In Hindi

Ratan Tata Biography In Hindi । इनका पूरा नाम रतन नवल टाटा है । इनका जन्म 28 दिसम्बर 1937 को सूरत गुजरात में हुआ था । ये इस समय वर्तमान में भारत के सबसे बड़े ब्यापारिक समूह टाटा समूह के चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं । ये नवल टाटा के बेटे हैं । रतन टाटा को नवजबाई टाटा ने अपने पति की मृत्यु के बाद गोंद लिया था , क्योकि नवजबाई टाटा अकेली पड़ गयीं थी । उस समय रतन टाटा 10 साल के थे । रतन टाटा के एक छोटे भाई भी थे । जिनका नाम जिमी टाटा था जो 7 साल के थे । 1940 ई . में इनके माता पिता एक दूसरे से अलग हो गए थे ।

नवजबाई टाटा ने दोनों भाइयो की परवरिश की थी । जो बहुत शख्त मिजाज की थी । लेकिन अंदर से बहुत नरम दिल थीं । इनके एक सौतेले भाई नोएल टाटा भी हैं ।

Ratan Tata Biography In Hindi (रतन टाटा का जीवन परिचय )

रतन टाटा क बारे में कुछ महत्व पूर्ण जानकारी निम्न लिखित है ।

1Name (नाम )रतन नवल टाटा
2Father,s Name (पिता का नाम ) नवल टाटा
3Mother,s Name (माता का नाम )सूनू टाटा
4Date of Birth (जन्म तिथि )28/12/1937
5Birth of Place ( जन्म स्थान )सूरत गुजरात
6Education (शिक्षा )बी एस डिग्री संरचनात्मक इंजीनियरिंग एवं वास्तु कला में उन्नत प्रबंधन कार्यक्रम
7Cast (जाति )पारसी
8Home Town (निवास )मुंबई
9Marital Statusअविवाहित
10Nationalityभारतीय
11profession (पेशा )उद्योग
12प्राथमिक स्कूल कैंपियन स्कूल मुंबई
13माध्यमिक विद्यालय बिशप कॉटन स्कूल शिमला
14उच्च शिक्षा Riverdale Country school न्यूयार्क
15पुरस्कार पद्म बिभूषण (2008) ,OBE (2009)

रतन टाटा का ब्यावहारिक जीवन

रतन टाटा का स्वभाव बहुत ही सुंदर है । ये शांत प्रवृति के एवं शर्मीले ब्यक्ति हैं । इनका आचरण बहुत ही उत्तम है । रतन टाटा बहुत ही सामान्य जीवन जीते हैं । इनको दिखावा बिल्कुल भी पसंद नहीं है । ये बहुत ही परोकारी ब्यक्ति हैं । अपने स्टॉफ के के प्रति इनका रवैया हमेशा बहुत ही उत्तम रहा है । ये एक परोपकारी ब्यक्ति हैं । इन्हे परोपकार की वजह से बहुत सारे पुरस्कार मिल चुके हैं । Ratan Tata Biography In Hindi

रतन टाटा कैसे बने देश के सबसे बड़े उद्योगपति

  • रतन टाटा सबसे पहले लॉस एंजिल्स , कैलिफोर्निया मे स्थित जोन्स एंड एमोन्स में काम किया । रतन टाटा अमेरिका में ही बसना चाहते थे । लेकिन उनकी दादी की तबीयत खराब हो गयी । इसी कारण बस अमेरिका में बसने का सपना छोड़कर भारत वापस आ गए । और IBM में काम मरने लगे । ये बात जेआरडी टाटा को अच्छी नहीं लगी । जिसके कारण उन्होने रतन टाटा को टाटा ग्रुप के साथ काम करने को कहा । यहीं से उनके कैरियर की शुरुवात हुई । और पीछे मुड़कर नहीं देखा ।
  • रतन टाटा ने 1961 से टाटा के साथ मिलकर काम करना चालू किया । शुरुवात में रतन टाटा ने शॉप फ्लोर पर काम किया फिर बाद में टाटा ग्रुप की कंपनियों के साथ मिलकर काम करने लगे । और बहुत लगन के साथ काम करने लगे । काम की लगन को देखते हुए 1971 में नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी (nelco) का डायरेक्टर चुन लिया गया ।
  • 1981 में टाटा कंपनी बहुत घाटे में आ गयी थी । जो लगभग 40% घाटे में चल रही थी । इन्ही सब को देखते हुए इन्हे टाटा का अध्यक्ष चुन लिया गया, जिसके बाद फिर से मुनाफे में चलाने लगी और थोड़े समय के बाद ही 1991 में रतन टाटा को टाटा ग्रुप का उत्तराधिकारी बना दिया गया ।
  • रतन टाटा ने अपनी सूझ बुझ से काम करके टाटा ग्रुप की किस्मत ही बदल डाले । कंपनी का ग्रोथ बहुत बढ़ गया । और टाटा का नाम पूरी दुनियाँ मे छा गया । Ratan Tata Biography In Hindi
  • टाटा ने अपनी पहली कार टाटा इंडिका नाम से 1998 मे लांच किया । इसके बाद एक के बाद कई कारें बाजार में उतारा जो टेटली , जेगुयार ,लैंड रोवर और कोरस नाम से थीं । इसके बाद उन्होने वर्ड की सबसे सस्ती कर टाटा नैनो निकाला जो फ्लाफ हो गयी ।
  • 28 दिसम्बर 1912 को टाटा समूह की सभी जिम्मेदारियों से रतन टाटा रिटायर हो गए । Ratan Tata Biography In Hindi

इस प्रकार से रतन टाटा एक ग्रेट ब्यक्तित्व वाले व्यक्ति हैं । Ratan Tata Biography In Hindi । इनका देश के प्रति बहुत बड़ा योगदान है । देश का हर बच्चा जनता है रतन टाटा को ।अब आप जान ही गए होंगे रतन टाटा के बारे में ।

Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar की जीवनी पढ़े । Motivenews.net पढ़े ।http://motivenews.net

Urfi Javed | उर्फी जावेद की जीवनी

Urfi Javed | उर्फी जावेद की जीवनी । Urfi javed biography in Hindi , father , mother , boyfriend , husband , sister , hight , casts and age आदि की पूरी जानकारी दी गई है ।

Urfi javed

उर्फी जावेद

ऊर्फी एक मशहूर भारतीय माडल टीवी अभिनेत्री हैं । 15 अक्तूबर 1996को लखनऊ उत्तर प्रदेश में पैदा हुईं थी । बड़े भैया की दुल्हनियां में अवनी की भूमिका में नजर आती हैं । तथा मेरी दुर्गा में आरती की भूमिका में नजर आती है ।

Urfi Javed biography ( ऊर्फी जावेद का जीवन परिचय )

ऊर्फी के जीवन के बारे में पूरी जानकारी निम्नलिखित हैं :

पूरा नामऊर्फी जावेद
जन्म तिथि15 /10/1996
जन्म स्थानलखनऊ उत्तर प्रदेश
पिता का नामपता नहीं
माता का नामजकिया सुल्ताना
प्राथमिक शिक्षासीटी मांटेसरी स्कूल लखनऊ
हायर एजुकेशनएम ई टी कॉलेज लखनऊ
धर्मइस्लाम
जातिमुस्लिम
नागरिकताभारतीय
धरावहिक बड़े भैया की दुल्हनियां टीवी धारावाहिक में अवनी पंत
वजन50 kg
लंबाई5 fit 1 Inch
शादीअविवाहित
पेशाटीवी एक्ट्रेस
शुरुआतटेढ़ी मेढ़ी फैमिली
शौकमॉडलिंग , एक्टिंग , यात्रा
बालों का रंगकाला
आंखो का रंग भूरा
शैक्षिक योग्यतामास कम्युनिकेशन में डिग्री
बहन का नामडाली जावेद
ब्वॉय फ्रेंड का नामपारस कलनावत
हसबैंड का नामअभी शादी नहीं हुई है
प्रसिद्धी का कारण बिग बॉस O T T
साइज़ 33/25/34
शुरुआत टेढ़ी मेढ़ी फेमिली 2015
गृह नगरलखनऊ ,उत्तर प्रदेश , भारत
टीवी शो 1चन्द्र नंदिनी (राज कुमारी छाया )
2मेरी दुर्गा (आरती)
3सात फेरों की हेरा फेरी

उरफ़ी जावेद का ब्वायफ्रेंड

Urfi Javed को मेरी दुर्गा के सेट पर पारस कलनावत से मुलाक़ात हुई । दोनों मे दोस्ती हुई फिर डेट हुआ । फिर प्यार हो गया । उर्फी जावेद के ब्वायफ्रेंड का नाम पारस कलनावत था । जो बाद मे किसी कारण बस दोनों अलग हो गए ।

उर्फी जावेद के कुछ रोचक तथ्य

उर्फी हमेशा अपने कुछ खास कारनामों की वजह से सुर्खियों में रहती हैं । जो निम्न लिखित हैं :

  • Urfi Javed बिग बॉस में OTT के कारण सुर्खियों में आ गई थी ।
  • पर्दे को लेकर कुछ ऐसा बयान आया था कि इनके समुदाय के लोग काफी नाराज हो गए थे ।
  • कभी कभी ऐसे कपड़े पहन कर फोटो शूट करवाती हैं कि लोगों के होश उड़ जाते हैं ।
  • अभी हाल में ही इन्होंने केवल ऊपरी हिस्से में जंजीर ही पहन रखा था । कोई भी कपड़ा न होने के कारण इनकी त्वचा में निशान बन गए थे ।
  • अपने पेंट की आधी जिप खोल कर पहनती हैं । इसकी वजह से काफी चर्चा में रही हैं ।
  • ऊर्फी हमेशा उल्टे सीधे कपड़े पहनने की वजह से चर्चा में बनी रहती हैं । इनके फैन फॉलोअर भी बहुत बढ़ते जा रहे हैं ।

Katrina Kaif biography | कैटरीना कैफ की जीवनी को पढ़कर इनके बारे में जानकारी ले सकते हैं । Motivenews.net

Urfi Javed ka pariwar

ऊर्फी का पारिवारिक जीवन काफी संघर्ष पूर्ण था । किन्ही कारणों बस पिता के द्वारा प्रताड़ित करने के बाद ऊर्फी घर छोड़कर दिल्ली भाग कर चली गई । बताते हैं एक हफ्ते तक ये एक पार्क में रहकर अपना जीवन बिताया । फिर ये नौकरी की तलास करने लगी । संयोग अच्छा था की इनको कालसेंटर में नौकरी मिल गई ।

वहीं से इनके जीवन की शुरुवात हुई । फिर कुछ दिनों तक काम करने के बाद ये टीवी धारावाहिक में काम करने लगी ।इन्होंने पहला सीरियल 2015 में टेढ़ी मेढी फैमिली में काम मिल गया । फिर कई धारावाहिकों में काम किया । लेकिन इसी बीच इनका बिग बॉस में सलेक्शन हो गया ।

बिग बास OTT से काफी चर्चा में आ गई । आज बहुत फेमस हो गई हैं ।

आप को यह लेख कैसा लगा । कमेंट करके बताएं ।

Quest.उर्फी जावेद कहां की रहने वाली हैं ?

Ans. ऊर्फी जावेद लखनऊ उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं ।

Quest. उर्फी जावेद कैसे मशहूर हुईं ?

Ans. उर्फी जावेद सबसे ज्यादा बिग बॉस से मशहूर हुई हैं ।

Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी

नेहा कक्कड़ की जीवनी
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Neha kakkar biography , wiki , Bio ,Age , hight ,family , husband , boyfriend  | नेहा कक्कड़ की जीवनी , बायो ,आयु ,लंबाई ,परिवार ,पति, बॉय फ्रेंड , ये एक भारतीय पार्श्व एवं बालीवुड की टॉप गायिका हैं । इनका जन्म 6 जून 1988 को उत्तराखंड के ऋषिकेश जिले में हुआ था । इनकी एक बड़ी बहन सोनू कक्कड़ हैं वो भी एक गायिका हैं । इनको बचपन  से ही गाने और डांसिंग का शौक है ।

Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ का जीवन परिचय 

Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी  के बारे में निम्नलिखित जानकारी दी गयी है ।

1पूरा नाम नेहा कक्कड़
2बुलाने वाला नाम नेहा
3ब्यवसाय अभिनेत्री , गायिका
4जन्म तिथि 6 जून 1988
5पिता का नाम ऋषिकेश कक्कड़
6माता का नाम नीति कक्कड़
7बड़ी बहन का नाम सोनू कक्कड़
8लंबाई 4 फिट 9 इंच
9वजन 46 केजी
10पति का नाम रोहन प्रीत सिंह
11धर्म हिन्दू
12जाति कक्कड़
13नागरिकता भारतीय
14राशि मिथुन
15पसंदीदा अभिनेता शाहरुख खान
16पसंदीदा अभिनेत्री जैकलिन फर्नाडीज
17पसंदीदा म्यूजिशियन हनी सिंह , ए आर रहमान , बोहेमियाँ , न्यवान और शानो डोनाल्ड
18पसंदीदा फिल्म द शौकीन
19भाई का नाम टोनी काकड़
20आंखो का रंग भूरा
21बालों का रंग काला
22बॉय फ्रेंड हिमांश कोहली
23स्कूल न्यू होली पब्लिक स्कूल , दिल्ली
24जन्म स्थान ऋषिकेश , उत्तराखंड , भारत
नेहा कक्कड़ का जीवन परिचय

नेहा कक्कड़ का शुरुआती सफर

नेहा कक्कड़ का शुरुआती जीवन बहुत अच्छा नहीं था । नेहा को बचपन से ही गाने का शौक था । शुरुआत में ये और इनकी बहन जागरण किया करती थीं । जो पैसे मिलते थे उनके पिता को हेल्प मिल जाती थी । Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी ।

2006 में नेहा कक्कड़ ने टी वी रियलिटी शो इंडियन आइडल 2 में हिस्सा लिया था । नेहा द रॉक स्टार अलबम गाने से शुरुवात की थी जो 2008 में मीत ब्रदर्स द्वारा कंपोज्ड किया गया था । जो काफी हिट भी हुआ था । यही से इनकी पहचान बन गई ।

नेहा कक्कड़ का परिवार

नेहा कक्कड़ के परिवार में उनके माता पिता तथा एक बहन और एक भाई है । उनके पिता एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं । और मां एक गृहिणी हैं । इनके भाई टोनी कक्कड़ इस समय म्यूजिक डायरेक्टर हैं जो कई फ़िल्मों में म्यूजिक दे चुके हैं । इनकी बहन सोनू कक्कड़ भी एक गायिका है , इन्ही की प्रेरणा से ही नेहा भी गायिका बनी हैं ।Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी ।

नेहा कक्कड़ के कुछ रोचक तथ्य

  • नेहा कक्कड़ किसी भी तरह का अल्कोहल नहीं लेती हैं । जबकि लगभग सभी सितारे इस चकाचौंध दुनियां में हर प्रकार के ड्रिंक लेने के लिए मशहूर हैं ।
  • बिराट कोहली इनके बहुत बड़े फैन हैं । इनसे कई बार बोल भी चुके हैं कि ” मैं आप का बहुत बड़ा फैन हूं “
  • ये बहुत जल्दी भाऊक हो जाती हैं । जबकि हमेशा मुस्कुराती रहती हैं ।
  • इन्होंने बहुत से फ़िल्मों के लिए गाने गाए हैं ।
  • कई अवार्ड भी जीत चुकी हैं ।
  • 1000से ज्यादा लाइव शो कर चुकी हैं ।

Neha Kakkar ka boyfriend

नेहा कक्कड़ का एक ब्वॉयफ्रेंड भी था जिसका नाम है हिमांश कोहली । इनको लेकर बहुत तरह की अफवाहें फैलाई जाती थी । Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी ।

नेहा कक्कड़ की शादी

नेहा कक्कड़ ने अपना जीवन चलाने के लिए एक जीवन साथी चुन लिया । जिनका नाम है रोहन प्रीत सिंह । रोहन प्रीत सिंह से ही इनकी शादी हुई है ।

Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी के बारे में और भी जानकारी चाहिए तो कमेंट करके पूछ सकते हैं । इसे बाद में और अपडेट करते रहेगें । ये पोस्ट कैसा लगा कृपया कमेंट करके बताएं । Rashmika Mandanna Biography , Katrina Kaif biography की भी बायोग्राफी पढ़कर जानकारी ले सकते हैं ।

Motivenews.net को पढ़कर बहुत सी जानकारियां ले सकते हैं ।

Shikha Sharma artist biography

Shikha Sharma artist biography

Shikha Sharma artist biography । शिखा शर्मा एक मशहूर इंडियन रंगोली कलाकार हैं । जिनका नाम सबसे बड़ी रंगोली के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में रिकार्ड है । इनका जन्म इंदौर में हुआ था । ये एक बहुत अच्छी 3 डी  आर्टिस्ट हैं । इनकी रंगोली की वजह से देश बिदेश में नाम है । ये एक मात्र ऐसी रंगोली कलाकार हैं जिन्हें थायलैंड से निमंत्रण मिला है । रंगोली मे चार बार बिश्व रिकार्ड पार कर चुकी हैं ।  

Shikha Sharma artist biography
Shikha Sharma artist biography

Shikha Sharma artist biography in hindi । शिखा शर्मा की जीवनी

शिखा शर्मा का जन्म 1998 इंदौर , मध्यप्रदेश भारत में हुआ था । इनकी आयु इस समय 2022 तक 24 वर्ष की हैं । ये एक बहुत बड़ी रंगोली कलाकार हैं । अपनी पेंटिंग की वजह से कई देशों में अपनी जगह बना ली हैं । बिश्व की सबसे बड़ी रंगोली बनाकर गिनीज़ बुक में अपना  नाम दर्ज करा चुकी हैं । अपनी पढ़ाई लिखाई बंबई मे ही पूरी की हैं । इनको ड्राइंग ,पेंटिंग और रंगोली बनाने का शौक बचपन से ही रहा है । और इनकी काफी रुचि आर्ट में ही है । इसी में ही अपना कैरियर बनाना चाहती हैं ।

शिखा शर्मा का जीवन परिचय 

शिखा शर्मा डेली योगा करती हैं । ये अपने फिटनेस का काफी ख्याल रखती हैं । अपने आप को फिट रखने के लिए डाइट चार्ट इस्तेमाल करते हैं । शिखा शर्मा का जीवन परिचय का बायोडाटा निम्न लिखित है । 

1. पूरा नाम शिखा शर्मा
2. जन्म तिथि 1998
3. जन्म स्थान इंदौर , मध्य प्रदेश , भारत
4. हाइट 5 फुट 5 इंच
5. वजन 53 किलो
6. वैवाहिक अविवाहित
7. बॉयफ्रेंड शान शर्मा
8. जाति शर्मा
9. धर्म हिन्दू
10. पेशा रंगोली कलाकार
11. शैक्षिक योग्यता स्नातक
12. आंखो का रंग भूरा
13. बालों का रंग भूरा
14. बनावट 32-28-32
15. शौक रंगोली बनाना , यात्रा करना और ख़रीदारी करना

शिखा शर्मा की उपलब्धियां

शिखा शर्मा ने अब तक निम्न लिखित उपलब्धियां हासिल की हैं ।

  • विश्व की सबसे बड़ी रंगोली बनाने के कारण गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हो चुका है ।
  • अबतक 2 मिलियन से ज्यादा फालोवर हो चुके हैं ।
  • बहुत से बच्चों को रंगोली सीखा चुकी हैं ।
  • इनकी प्रतिभा को देखकर थाईलैंड से भी निमंत्रण मिला है ।
  • अपनी रंगोली कलाकार की वजह से कई देशों में नाम हो गया है ।

Shikha Sharma artist biography in hindi । शिखा शर्मा की जीवनी को पढ़कर इनके बारे में पूरी जानकारी मिल ही गई होगी । और किसी की जीवनी चाहिए तो कमेंट करके बताएं । हम पूरी कोशिश करेंग उनकी जीवनी लिखने की ।

Shika Sharma’s husband name 

शिखा शर्मा की सगाई शान जोशी के साथ हो चुकी है और शादी भी हो चुकी है । इनकी फोटो निम्न है

Shikha Sharma hasband

Shan Joshi Shikha Sharma ke husband।

Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar ,Rashmika Mandanna | रश्मिका मंदाना , Katrina Kaif biography को भी पढ़ सकते हैं ।

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Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar

Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar का जन्म 14 अप्रैल ,1891 को महू छावनी में महार जाति के एक गरीब परिवार में हुआ था । इनके पिता सेना में नायक थे । जिस समय बाबा साहेब का जन्म हुआ था । उस समय ऊंच नीच और छुआ छूत का भेद भाव बहुत था । इनको पढ़ने नहीं दिया जाता था । क्लास के बाहर ही बैठाया जाता था । घड़े से पानी तक पीने नहीं दिया जाता था  । सब अछूत मानकर बहुत परेशान करते थे । इनका पूरा जीवन संघर्ष से भरा हुआ था ।

Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar
Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar

इन सब कठिनाइयों के बावजूद डॉक्टर अंबेडकर ने अपना हौसला नहीं छोड़ा । अपनी पढ़ाई जारी रखा । इन्होंने न केवल अपनी पढ़ाई जारी रखा बल्कि सामाजिक कू प्रथाओं के खिलाफ लड़ाई भी लड़ी ।जीतने भी संस्थागत शिक्षण संस्थान था हर सामाजिक कू प्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाने के साथ साथ सन 1917 में कोलंबिया यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल किया ।

Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar का सामाजिक संघर्ष

डॉक्टर अंबेडकर को जितनी मानसिक , शारीरिक और आर्थिक रूप से तनाव दिया गया , शायद ही कोई इसे सहन कर पाता । लेकिन इस समाज में दबे कुचले लोगों के उत्थान के लिए सब कुछ बर्दास्त करते हुए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया । देश की कट्टर पंथी सोच और ब्राह्मणवादी व्यवस्था का जमकर विरोध किया । उच्च जातियों से इन्हे स्पष्ट शत्रुता का सामना करना पड़ा था । 

बहुत सारी समस्याओं के बावजूद बाबा साहेब ने विदेशों में जाकर पीएचडी जैसी कई डिग्रियां हासिल किया । आज कल तो लोग सारी सुविधाएं होने के बावजूद लोग केवल बीए , बीएससी , बीटेक तक ही सीमित रह जाते हैं । लेकिन बाबा साहेब ने विदेशों में जाकर कैसे पढ़ाई की होगी ये सोचकर ही ताज्जुब लगता है ।

Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar
Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar

डॉक्टर अंबेडकर चाहते थे कि सब लोग बराबर हो जाएं । क्योंकि निम्न तबके के लोगों को तालाब से या किसी कुएं तक से पानी पीने का अधिकार नहीं था ।इनका छुआ हुआ पानी कोई नही पिता था । ऐसी स्थिति में इन्होनें ना केवल पढ़ाई जारी रखा बल्कि सामाजिक आंदोलन भी कई जगह किए । इसी लिए निम्न वर्ग के लोग इनको अपना मसीहा और भगवान मानते हैं ।

Dr B R Ambedkar ka jiwan parichay

इनके जीवन के बारे मे निम्नलिखत तथ्य हैं ।

1. पूरा नाम भीम राव राम जी अंबेडकर
2. पिता का नाम श्री रामजी वल्द मालोजी सकपाल
3. माता का नाम भीमा बाई
4 जन्म तिथि 14/04/1891
5 जन्म स्थान महू छावनी , मध्य प्रदेश ,भारत
6 शिक्षा मुंबई यूनिवर्सिटी से बी. ए.

कोलंबिया विश्वविद्यालय से एम. ए. , पी. एच. डी. और एल. एल. डी.

लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एम. एस. सी., डी. एस. सी.
बैरिस्टर एट ला
7 पत्नी 1.रमा बाई अंबेडकर (विवाह 1906)
निधन – 1935
2. डा.सबिता अंबेडकर (विवाह 1948)
निधन–2003
8 सामाजिक संगठन 1 बहिष्कृत हितकारिणी सभा
2. समता सैनिक दल
3. डिप्रेस्ड क्लासेस एजुकेशन सोसाइटी
4. पीपुल एजुकेशन सोसाइटी
5. द बॉम्बे सेड्यूल्ड कास्ट्स इंप्रूवमेंट ट्रस्ट
6. भारतीय बौद्ध महासभा
9 प्राप्त अवार्ड / सम्मान बोधिसत्व 1956
भारत रत्न 1990
कोलंबियन अहेड ऑफ द ईयर टाइम 2004
द ग्रेटेस्ट इन्डियन 2012
10. विशेष कार्य अर्थशास्त्री , मनोविज्ञानी, राजनीतिज्ञ , विधिवेत्ता , समाजशास्त्री , शिक्षा विद , प्रोफेशर , लेखक ,पत्रकार, धर्म शास्त्री , इतिहासविद , शिक्षाविद दार्शनिक
11. धर्म बौद्ध धर्म
12. बच्चे यशवन्त अंबेडकर
13. राष्ट्रीयता भारतीय
14. व्यवसाय प्रोफेसर , राजनीतिज्ञ ,वकालत
15. जाति महार

बाबा साहेब डा. अंबेडकर का विशेष योगदान

बाबा साहेब ने देश की जनता और देश को समर्थ बनाने हेतु बहुत से अभूतपूर्व सराहनीय कार्य किया है ।

1.रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना बाबा साहेब की लिखी गई पुस्तक “the broblem of the rupie” के आधार पर हुई थी । ये डा. अम्बेडकर की देन है ।

2.परियोजनाओं का निर्माण

हमारे देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी । बाबा साहेब एक दूरदर्शी थे । वे जानते थे कि अगर हमारे देश में कुछ ठोस कदम नहीं उठाए गए तो हमारा देश और गरीब हो जाएगा । इसलिए नदियों पर बांध बनाकर खेती के लिए पानी और बिजली की आपूर्ति हेतु महत्व पूर्ण योगदान दिया है । उन्होंने हीरा कुंड बांध, दामोदर घाटी , सोन नदी घाटी परियोजना इन्ही की देन है ।

3.आरक्षण का अधिकार 

दलितों ,पिछड़ों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण का अधिकार बाबा साहेब की ही देन है । Dr Ambedkar ने समानता का अधिकार भी  दिलाया है

4. महिलाओं को पढ़ने का अधिकार 

सबसे पहले महिलाओं को पढ़ने का अधिकार नहीं था । डा. भीमराव अम्बेडकर ने ही महिलाओं को समानता , पढ़ने और नौकरी में आरक्षण का अधिकार दिलाया है ।

Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar ने बहुत से ऐसे ऐसे सामाजिक कार्य किया है । जो कोई भी नही कर सकता है । 

http://Biographyrp.com , ऑयल पेंटिग

 

डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जीवन परिचय विस्तार से

बीसवीं शताब्दी के एक श्रेष्ठ चिंतक, दूरदर्शी, यशस्वी वक्ता, ओजस्वी लेखक तथा भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू के एक महार परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालाजी अम्बेडकर तथा माता का नाम भीमाबाई था। भीमराव अपने माता-पिता की चौदहवीं संतान थे। जब वे दो वर्ष के थे तब उनके पिता थल सेना से सेवानिवृत्त हो गए तथा सपरिवार मुम्बई के सतारा जिले में आ गए। अम्बेडकर का विवाह 14 वर्ष की आयु में रमाबाई के साथ हुआ था ।

छूआछूत के दंश और उसकी गहन पीड़ा को अम्बेडकर ने बचपन से ही अनुभव किया था। स्कूल में अम्बेडकर को जात-पात के कारण अत्यंत अपमानित होना पड़ा। एक बार उन्हें ब्लैकबोर्ड तक जाने से सिर्फ इसलिए रोक दिया गया क्योंकि तथाकथित ऊंची जातियों के सहपाठियों के खाने के डिब्बे वहां पास ही में रखे थे, जब उन डिब्बों को वहां से हटा लिया गया अम्बेडकर तभी ब्लैकबोर्ड तक जा सके थे। कॉलेज पहुंचने पर उन्हें वहां के टी-स्टॉल में चाय पीने की अनुमति नहीं थी क्योंकि टी-स्टॉल का मालिक सवर्ण था।

अपनी जाति के कारण ही अम्बेडकर को संस्कृत का अध्ययन करने की अनुमति नहीं थी। बड़ौदा के शिक्षा प्रेमी महाराज सयाजीराव गायकवाड के छात्रवृत्ति देने पर 1913 में उन्होंने अमेरीका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी में राजनीति शास्त्र के छात्र के रूप में एडमिशन लिया। 1916 में भारत में जाति-भेद नामक प्रबंध लिखकर प्रो. गोल्डेन के सामने पढ़ा और उसी वर्ष भारत की अर्थव्यवस्था पर एक प्रबंध लिखा जिस पर कोलंबिया विश्वविद्यालय ने उन्हें पी.एच.डी. की डिग्री प्रदान की।

विदेश से पढ़ाई पूरी करके आने पर भी अम्बेडकर के माथे से अछूतो का कलंक नहीं मिटा यही कारण था कि बड़ौदा के किसी भी होटल में उन्हें जगह नहीं मिली। उन्होंने बड़ौदा के महाराज के यहां नौकरी कर ली किंतु यह के चपरासी भी उनसे दूर रहते थे और अपने विस्तर व कपड़े इस प्रकार समेट कर रखते थे कि कहीं अम्बेडकर के स्पर्श से वे दूषित न हो जाएं। अम्बेडकर के मकान मालिक ने उनकी जाति का पता चलते ही उन्हें अपने घर में निकाल दिया। एक कॉलेज में प्राध्यापक नियुक्त होने पर उनक को यह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं था कि वे एक ही घड़े से पानी पिएं। बाद में अम्बेडकर ने स्वतन्त्र रूप से अपना कार्य आरम्भ कर दिया।

यद्यपि, समाज में अब भी उन्हें अछूत ही माना जाता था, तथापि, उनकी यता पर किसी को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं था। बबई में अ ने दि स्मॉल होल्डिंग्स इन इण्डिया एंड देअर रेमिडीज नाम की एक पुस्तक प्रकाशित की। उन्होंने अपने जीवन का एकमात्र ध्येय हिंदू समाज के अन्द तथा अत्याचार का प्रतिकार करके अस्पृश्योद्धार करना निश्चित किया। नवंबर 1918 में डॉ. अम्बेडकर बंबई सिडेनहम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकॉनामिक्स में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर नियुक्त हुए।

जून 1921 में लन्दन विश्वविद्यालय में इनके द्वारा लिखित प्रबंध प्राविशियल डिसेंट्रलाइजेशन ऑफ इंपीरियल फायनांस इन ब्रिटिश इण्डिया पर एम.एस.सी. की उपाधि प्रदान की। जून 1922 में उन्होंने एक अन्य शोधपत्र प्रॉब्लम ऑफ रुपी लन्दन विश्वविद्यालय में जमा कराया। इसके पश्चात् वे जर्मनी के बोन विश्वविद्यालय में पढ़ाई के लिए गए और वहां से उन्होंने डी.एससी. की उपाधि प्राप्त की। उनका शोधपत्र दिसम्बर 1923 में प्रकाशित हुआ। अम्बेडकर अप्रैल 1923 में बैरिस्टर बने व उसी वर्ष से उन्होंने बंबई उच्च न्यायालय में वकालत करनी प्रारंभ की थी।

सामाजिक एकता , दलितोद्धार और सामाजिक न्याय 

निःसंदेह अम्बेडकर अपनी योग्यता, अथक परिश्रम एवं कठोर संघर्ष के बल पर शनैः शनैः विकास की ओर अग्रसर हुए थे, किन्तु वे इस कटु सत्य से भी परिचित थे कि समाज में उन्हें तब तक न तो उचित स्थान मिल सकता है और न ही उनकी योग्यता का कोई मूल्य ही आंका जाएगा, जब तक कि वे अछूत रूप मे जाने जाएंगे। उन्होंने देश के सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक इतिहास का गहराई से अध्ययन किया तथा इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि हिंदू धर्म के चतुर्वर्ण से उत्पन्न अस्पृश्यता ही दलित वर्ग के पिछड़ेपन का कारण है।

इस अस्पृश्यता को मिटाए बिना सामाजिक समानता लाना सर्वथा असम्भव है। उन्होंने दलित वर्ग के लोगों में जागृति लाने का प्रयास किया और उन्हें अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित किया। उनका विचार था कि राजनीतिक एवं सामाजिक परिवर्तन लाने हेतु दलित वर्ग में शिक्षा का प्रसार किया जाना नितांत अनिवार्य है। अपने अछूतोद्धार आंदोलन का श्रीगणेश इन्होंने 20 जुलाई, 1924 को बंबई में ‘बहिष्कृत हितकारणी समा की स्थापना से किया।

अछूत वर्ग में शिक्षा का प्रसार करने के लिए छात्रावास की स्थापना करना, सांस्कृतिक विकास, वाचनालय तथा अभ्यास केंद्र चलाना, तथा कृषि स्कूल खोलना, अस्पृश्यता निवारण आंदोलन को आगे बढ़ाना आदि उनके अछूतोद्धार आंदोलन के प्रमुख कार्यक्रम थे।

डॉ. अम्बेडकर न केवल अस्पृश्यता को अपितु जातिवाद और वर्णभेद को भी सदा के लिए मिटा देना चाहते थे। इस संदर्भ में उन्होंने 1927 में पहाड़ में एक सार्वजनिक सभा का आयोजन किया तथा तदुपरांत चारदार के तालाब से, जहां अछूतों को पानी पीने की अनुमति नहीं थी, सामूहिक रूप से पानी पिया। तत्पश्चात् 2 मार्च, 1930 को गुजरात के कालाराम मन्दिर में अछूतों के प्रवेश पर लगी रोक के विरुद्ध सत्याग्रह आरम्भ किया।

8 अगस्त, 1930 को नागपुर में एक अखिल भारतीय दलित कांग्रेस का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अम्बेडकर ने की थी। उन्होंने दलित वर्ग के लोगों को लोक सेवाओं में जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने साइमन आयोग से यह शिकायत की कि उसने दलित वर्ग की आवश्यकताओं एवं उनके अधिकारों का क्रमबद्ध रूप से निम्न मूल्यांकन किया। दिसम्बर 1930 में उन्होंने गोल मेज सम्मेलन में भाग लिया, जिससे विश्वभर में उनकी छवि भारत के अस्पृश्य के नेता के रूप में उभर कर आई।

उन्होंने दलित वर्ग के प्रति अंग्रेजों के उपेक्षित व्यवहार को लक्षित किया। उन्होंने अन्य भारतीय नागरिकों की भाँति दलित वर्ग के लिए समान नागरिक अधिकारों तथा अस्पृश्यता एवं किसी भी रूप में कानूनी असमानता के निवारण की मांग की। उन्होंने दलित वर्ग के राजनीतिक संरक्षण की योजना का स्मरण-पत्र तैयार करके अल्प मत उप-समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।

इसमें पृथक निर्वाचन तथा सुरक्षित सीटो की मांग की गई थी, जो आगे चलकर महात्मा गांधी एवं डॉ. अम्बेडकर के मध्य संघर्ष का कारण बनी। बाद में उन्होंने इस संबंध में गांधी जी के साथ 24 सितम्बर, 1932 को पूना में एक समझौता (पूना पैक्ट) किया, जिसके अनुसार वे पृथक् निर्वाचन संघ के स्थान पर पृथक् प्रतिनिधित्व पर सहमत हुए।

15 अगस्त, 1947 को भारत स्वतन्त्र हुआ। जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में बनी अंतरिम सरकार में वे विधि मंत्री बनाए गए। 29 अगस्त, 1947 को संविधान सभा में अम्बेडकर की अध्यक्षता में एक प्रारूप समिति का गठन किया गया। उन्होंने 4 नवम्बर, 1948 को संविधान का प्रारूप संविधान सभा को सौंप दिया।

26 नवम्बर, 1949 को संविधान सभा द्वारा संविधान को स्वीकृति प्रदान कर दी गई। इसके कुछ प्रावधान (नागरिकता, निर्वाचन एवं अंतरिम संसद से संबंधित उपबंध एवं अस्थायी तथा संक्रमणकारी उपबंध) तत्काल प्रभाव से तथा शेष संविधान 26 जनवरी, 1950 से संपूर्ण देश में लागू कर दिया गया।

अम्बेडकर ने 1949 में काठमाण्डू में ‘विश्व बौद्ध सम्मेलन’ को ‘मार्क्सवाद एवं बौद्ध धर्म’ विषय पर संबोधित किया। जुलाई 1951 में उन्होंने भारतीय बौद्ध जनसंघ की तथा 1955 में भारतीय बौद्ध सभा की स्थापना की। 15 अप्रैल, 1948 को इन्होंने डॉ. शारदा कबीर, जो कि जाति से ब्राह्मण थीं, से पुनर्विवाह किया (उनकी प्रथम पत्नी का 27 मई, 1935 को स्वर्गवास हो चुका था)।

हिंदू धर्म में व्याप्त छुआछूत एवं अन्य कुरीतियों से खिन्न होकर डॉ. अम्बेडकर ने 14 अक्टूबर, 1956 को नागपुर में अपने लगभग 2 लाख दलित अनुयायियों के साथ सामूहिक रूप से हिंदू धर्म का त्याग कर बौद्ध धर्म की दीक्षा ली। 6 दिसम्बर, 1956 को इस महान समाजसेवी, दलितों के उद्धारक एवं गरीब किसानों के हित चिंतक का निधन हो गया

 

Katrina Kaif biography | कैटरीना कैफ की जीवनी

Katrina Kaif biography । कैटरीना कैफ की जीवनी । कैटरीना कैफ का जन्म 16 जुलाई 1983 को हांग कांग लंदन में हुआ था । इनकी माता का नाम सुजेन टुर्कोट तथा पिता का नाम मुहम्मद कैफ है ।इनका पालन पोषण और पढ़ाई  लिखाई इनकी माँ के ही जिम्मे था । क्योकि इनके बचपन में ही माता पिता का तलाक हो गया था ।

Katrina Kaif biography
Katrina Kaif biography

 कैटरीना कैफ की मां कई देशों में रह चुकी हैं । इसलिए इनकी पढ़ाई पत्राचार द्वारा ही ज्यादा हुई है । इन लोगों को पढ़ाई और पालन पोषण की जिम्मेदारी इनके मां की ही जिम्मेदारी  थी । ये बहुत सी हिट फिल्मों मे काम कर चुकी हैं । 

कैटरीना कैफ का जीवन परिचय ( biography of Katrina Kaif in hindi )

कैटरीना कैफ बॉलीवुड में एक बेहतरीन अदाकारी के लिए मशहूर हैं । ये कई भाषाओं में फिल्में कर चुकी हैं । जैसे हिंदी , तेलुगु , मलयालम और इंग्लिश आदि भाषाओं में अभिनय कर चुकी हैं ।

Katrina Kaif biography

1पूरा नामकैटरीना कैफ
2जन्म तिथि16 /07/1983
3हाईट5 फिट 8 इंच
4वजन56 किलो ग्राम
5जन्म स्थानहांग कांग
6राष्ट्रियताब्रिटिश
7धर्मइस्लाम
8पहली फिल्मबूम 2003
9वैवाहिक स्थितिविवाहित
10पति का नामविक्की कौशल
11पसंदीदा अभिनेताऋतिक रोशन , सलमान खान
12पसंदीदा स्थानलंदन ,स्पेन ,दुबई और इटली
कैटरीना कैफ

कैटरीना कैफ का फिल्मी सफर

कैटरीना कैफ ने अपने कैरियर की शुरुवात बचपन मे ही कर दी थी । अपनी पहली शुरुआत एक माडल के रूप में किया था । कैटरीना एक पेशेवर माडलिंग के रूप मे लंदन से ही शुरू किया । 2003 में अपनी पहली फिल्म बूम से की थी जिसमे बहुत ही दिग्गज एक्टर अमिताभ बच्चन , गुलशन ग्रोवर ,जैकी श्राफ , पद्म लक्ष्मी और मधु स्प्रे थे । इस फिल्म का खूब प्रचार किया गया । लेकिन सफल नहीं हुई । फिर 2004 में तेलुगू फिल्म मल्लीश्वरी में बतौर हीरोइन किरदार निभाया । जो बहुत सफल तो नहीं हुई लेकिन कमाई कर गई ।

कैटरीना कैफ की फिल्मों की लिस्ट

फिल्मवर्ष
बूम2003
मैने प्यार क्यों किया2005
हमको दीवाना कर गए2006
नमस्ते लंदन2007
पार्टनर2007
अपने2007
वेलकम2008
रेस2008
सिंह इज किंग2008
हेलो2008
युवराज2008
न्यूयार्क2009
दे दना दन2009
अजब प्रेम की गजब कहानी2009
राजनीति2010
तीस मार खां2010
जिंदगी ना मिलेगी दोबारा2011
बाडी गार्ड2011
मेरे ब्रदर की दुल्हन2011
अग्निपथ2012
एक था टाइगर2012
जब तक है जान2012
मैं कृष्णा हूं 
बॉम्बे टॉकीज2013
धूम2013
बैंग बैंग2014
फैंटम2015
बार बार देखो2016
फितूर2016
टाइगर जिंदा है2017
जग्गा जासूस2017
जीरो2018
ठग्स ऑफ हिंदुस्तान2018
ज्वेल ऑफ इंडिया2019
भारत2019
सूर्य बंशी2021
मेरी क्रिसमस2022
टाइगर 32022
जी ले जरा2022
सत्ते पे सत्ता2022
फोन भूत2022

कैटरीना कैफ की शादी

इनकी शादी की चर्चा कई लोगों के साथ थी लेकिन किसी से नहीं किया । बाद में कैटरीना कैफ की शादी 9 दिसंबर 2021 को विक्की कौशल के साथ फोर्ट बरवाड़ा में हुई थी । शादी बहुत ही बेहतरीन तरीके से हुई थी ।

कैटरीन कैफ के पारिवार के सदस्य

कैटरीना कैफ के माता पिता के अलावा तीन बड़ी बहन स्टेफनी , क्रिस्टीन और नातासा तथा तीन छोटी बहनें मेलिसा , सोनिया , इसाबेल हैं । एक छोटा भाई माइकल कैफ भी है ।

Katrina Kaif biography | कैटरीना कैफ की जीवनी

Katrina Kaif biography | कैटरीना कैफ की जीवनी के बारे में बहुत सी जानकारियां हैं । अगर कुछ जानना चाहते हैं तो कमेंट करके पूछ सकते हैं । आप को यह लेख कैसा लगा कृपया कमेंट करके बताएं ।

Rashmika Mandanna | रश्मिका मंदाना

Mahilaye ghar baithe paise kaise kamaye 

Que.कैटरीना कैफ के पति का नाम क्या है ?

Ans. कैटरीना कैफ के पति का नाम विक्की कौशल है ।