Mahima Chaudhary biography in hindi , महिमा चौधरी का जीवन परिचय , Mahima Chaudhary, महिमा चौधरी एक भारतीय एक्ट्रेस हैं । इन्होंने बहुत सारी हिंदी फिल्में किया है । बहुत सारी फिल्में हिट भी रहीं हैं ।
Mahima Chaudhary
महिमा चौधरी का जीवन परिचय
13 सितम्बर 1973 को महिमा चौधरी का जन्म दार्जलिंग पश्चिमी बंगाल में हुआ था । इनका बचपन का नाम ऋतु चौधरी था । इनकी मां एक नेपाली थीं जबकि पिता उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे ।
महिमा ने अपनी शादी 2006 में बॉबी मुखर्जी से की थी , लेकिन उनकी शादी के 10 साल बाद ही 2016 में यह रिश्ता टूट गया । इनसे एक बेटी पैदा हुई थी जिसका नाम आर्याना चौधरी है ।
Mahima Chaudhary के जीवन से जुड़ी कुछ खास जानकारी
वास्तविक नाम
ऋतु चौधरी
जन्म तिथि
13 सितम्बर 1973
ऊंचाई
5 फुट 4 इंच
वजन
65kg
आंख का रंग
भूरा
बाल का रंग
भूरा
जन्म स्थान
दार्जिलिंग पश्चिमी बंगाल
प्राथमिक विद्यालय
डाउ हिल इन कुरसिओंग
कॉलेज
लोरेटो कॉलेज दार्जिलिंग
शैक्षिक योग्यता
बैचलर डिग्री
हॉबी
तैराकी , खाना बनाना , पढ़ना
पसंदीदा अभिनेत्री
जूही चावला
पसंदीदा अभिनेता
शाहरुख खान
पसंदीदा कलर
काला
पसंदीदा भोजन
मछली करी
वैवाहिक स्थिति
विवाहित
पति का नाम
बॉबी मुखर्जी
बेटी का नाम
अरियाना चौधरी
महिमा चौधरी की शिक्षा
हाई स्कूल तक की पढ़ाई महिमा चौधरी ने डाउन हिल स्कूल से किया था । लोरेटो कॉलेज दार्जिलिंग से बाकी आगे की पढ़ाई पूरी की । इनका मन पढ़ाई में नहीं लगा इसलिए इन्होंने 1990 में पढाई छोड़कर मॉडलिंग में अपना कैरियर शुरू किया । साथ ही बहुत से विज्ञापनों में भी काम किया ।
Mahima Chaudhary ka Careers
महिमा ने अपनी पहली फिल्म की शुरुआत 1997 में परदेश से किया था । इसका श्रेय सुभाष घई को जाता है जिन्होंने महिमा चौधरी को हिंदी फिल्म के लिए ऑफर किया था । इस फिल्म के लिए इनको फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला था ।
इसके बाद दाग दी फायर फिल्म में नजर आई । इस फिल्म में डबल रोल में एक्टिंग की थी । ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही । इसके लिए बहुत प्रशंसा हुई । इसके बाद लज्जा फिल्म में बहुत दमदार अभिनय किया । जो दहेज प्रथा के खिलाफ थी ।
महिमा चौधरी ने एक के बाद एक हिट फिल्में किया था । जो बहुत ही कामयाब रही हैं ।
महिमा चौधरी द्वारा की गई प्रमुख फिल्में
S N
फिल्म का नाम
वर्ष
1
परदेस
1997
2
धड़कन
2000
3
दिल है तुम्हारा
2002
4
ओम जय जगदीश हरे
2002
5
तेरे नाम
2003
6
बागबान
2003
7
एल ओ सी
2003
8
साया
2003
9
दोबारा
2004
10
जमीर द फायर विदीन
2005
11
कुछ मीठा हो जाए
2005
12
सेहर
2005
13
फिल्म अभिनेता
2005
14
होम डिलीवरी
2005
15
सौतन दूसरी औरत
2006
16
सैंडविच
2006
17
कूडियो का है जमाना
2006
18
सरहद पार
2006
19
गुमनाम
2008
20
गैंगस्टर
2015
21
डार्क चॉकलेट
2016
Mahima Chaudhary
पुरस्कार एवम अवार्ड
महिमा चौधरी ने कई पुरस्कार और अवार्ड जीते हैं जो निम्न लिखित हैं :
Zee Cine awards for best Female debut – pardes 1998
Zee Cine award Lux face of the year -pardes 1998
Filmfare Lux new face award – Pardes
Bollywood Movie Award for best supporting actress -Dhadakan -2001
महिमा चौधरी को ब्रेस्ट कैंसर
महिमा चौधरी को ब्रेस्ट कैंसर भी हो गया था जो बहुत दिनों तक छुपाए रखा । अनुपम खेर ने जब फोन किया तो वह अपने आप को रोक नहीं पाईं । बहुत ही भाउक हो गई और अपने आपको कैंसर होने की बात को साझा किया । इससे पहले इनके माता पिता को भी पता नहीं था । कीमो थिरेपी की वजह से इनके पूरे बाल झड़ चुके हैं ।
महिमा चौधरी अपना इलाज अमेरिका में करवाकर लौट चुकी हैं और अब पूरी तरह से स्वस्थ भी हो चुकी हैं ।
Thamarai Selvi एक तमिल भारतीय एक्ट्रेस हैं । इनका जन्म 17 मई 1989 को पुदुकोट्टई तमिलनाडु में हुआ था । इस पोस्ट में थमराई सेल्वी का जन्म स्थान ,माता पिता , भाई , बहन ,पति और ब्वॉयफ्रेंड आदि की पूरी जानकारी दी गई है । पहले बहुत कम लोग इन्हें जानते थे लेकिन बिग बॉस में आने के बाद काफी लोग इन्हें जानने लगे हैं ।
Thamarai Selvi
Thamarai Selvi का जीवन परिचय हिन्दी में
1
पूरा नाम
थमराई सेल्वी
2
जन्म तिथि
15 मई 1989
3
पिता का नाम
अभी पता नहीं
4
माता का नाम
अभी पता नहीं
5
पति का नाम
सारथी
6
जन्म स्थान
पुदुकोट्टई तमिलनाडु
7
बच्चों का नाम
शिवरामन मेशा वर्धन
8
वजन
75 kg
9
लंबाई
5 फुट 3 इंच
10
बालों का रंग
काला
11
आंखो का रंग
काला
12
वैवाहिक स्थिति
विवाहित
13
धर्म
हिन्दू
14
राष्ट्रियता
भारतीय
15
भाई का नाम
अभी पता नहीं
16
बहन का नाम
अभी पता नहीं
17
बॉयफ्रेंड का नाम
अभी पता नहीं
18
प्रसिद्धि का कारण
बिग बॉस 5
19
पेशा
ड्रामा एक्ट्रेस , एक्ट्रेस
20
बर्तमान निवास
चेन्नई , तमिल नाडु , भारत
थमराई सेल्वी का जीवन परिचय
थमराई सेल्वी का कैरियर
थमराई को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था । वे बहुत से नाटकों मे काम कर चुकी हैं । बहुत से गांवों और त्यौहारों में भी नाटक पार्टी जाया करती थीं । शुरुआत में इन्हें बहुत कम लोग ही जानते थे लेकिन जब इन्हे बिग बॉस सीजन 5 में जबसे इन्हे चुना गया तबसे इनकी अच्छी ख़ासी पहचान बन गयी गई है । अब अपने अच्छे प्रदर्शन के कारण काफी लोग पसंद करने लगे हैं ।
कमल हसन द्वारा होस्ट बिग बॉस अल्टिमेट में इस समय एक प्रतियोगी के रूप में दिखाई दे रहीं है । जो विजय टीवी पर प्रसारित किया जा रहा है ।
थमराई सेल्वी के कुछ रोचक तथ्य
थमराई की पहचान बिग बॉस सीजन 5 से हुई थी ।
ये पाँच भाषाओं मे कम कर चुकी हैं , जिनमे से मुख्य भाषा तमिल है ।
ये अपने बारे मेन ज्यादा जानकारी साझा नहीं करती हैं ।
थमराई सेल्वी एक नादगा क्लैग्नर हैं , कोविल थिरुविलास और बिभिन्न आयोजनों मे वल्ली थिरुमानम नगदम करती हैं ।
Ans. थमराई सेल्वी एक मशहूर ड्रामा आर्टिस्ट हैं । इनके पति का नाम सारथी है । ये पुदुकोट्टई तमिलनाडु की रहने वाली हैं । ये बिग बॉस सीजन 5 में काम करने के बाद से मशहूर हो गयी हैं ।
Quest. थमराई के पति का नाम क्या है ?
Ans. थमराई के पति का नाम सारथी है ।
Quest.निरूप नन्दकुमार कौन हैं ?
Ans. निरूप नंदकुमार एक भारतीय मॉडल हैं । ये एक अच्छे ब्यावसाइक और तमिलनाडु मेन एक अभिनेता हैं । ये बिग बॉस रियल्टी शो बिग बॉस सीजन 5 2021 से मशहूर हुए हैं ।
Ratan Tata Biography In Hindi । इनका पूरा नाम रतन नवल टाटा है । इनका जन्म 28 दिसम्बर 1937 को सूरत गुजरात में हुआ था । ये इस समय वर्तमान में भारत के सबसे बड़े ब्यापारिक समूह टाटा समूह के चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं । ये नवल टाटा के बेटे हैं । रतन टाटा को नवजबाई टाटा ने अपने पति की मृत्यु के बाद गोंद लिया था , क्योकि नवजबाई टाटा अकेली पड़ गयीं थी । उस समय रतन टाटा 10 साल के थे । रतन टाटा के एक छोटे भाई भी थे । जिनका नाम जिमी टाटा था जो 7 साल के थे । 1940 ई . में इनके माता पिता एक दूसरे से अलग हो गए थे ।
नवजबाई टाटा ने दोनों भाइयो की परवरिश की थी । जो बहुत शख्त मिजाज की थी । लेकिन अंदर से बहुत नरम दिल थीं । इनके एक सौतेले भाई नोएल टाटा भी हैं ।
Ratan Tata Biography In Hindi (रतन टाटा का जीवन परिचय )
रतन टाटा क बारे में कुछ महत्व पूर्ण जानकारी निम्न लिखित है ।
1
Name (नाम )
रतन नवल टाटा
2
Father,s Name (पिता का नाम )
नवल टाटा
3
Mother,s Name (माता का नाम )
सूनू टाटा
4
Date of Birth (जन्म तिथि )
28/12/1937
5
Birth of Place ( जन्म स्थान )
सूरत गुजरात
6
Education (शिक्षा )
बी एस डिग्री संरचनात्मक इंजीनियरिंग एवं वास्तु कला में उन्नत प्रबंधन कार्यक्रम
7
Cast (जाति )
पारसी
8
Home Town (निवास )
मुंबई
9
Marital Status
अविवाहित
10
Nationality
भारतीय
11
profession (पेशा )
उद्योग
12
प्राथमिक स्कूल
कैंपियन स्कूल मुंबई
13
माध्यमिक विद्यालय
बिशप कॉटन स्कूल शिमला
14
उच्च शिक्षा
Riverdale Country school न्यूयार्क
15
पुरस्कार
पद्म बिभूषण (2008) ,OBE (2009)
रतन टाटा का ब्यावहारिक जीवन
रतन टाटा का स्वभाव बहुत ही सुंदर है । ये शांत प्रवृति के एवं शर्मीले ब्यक्ति हैं । इनका आचरण बहुत ही उत्तम है । रतन टाटा बहुत ही सामान्य जीवन जीते हैं । इनको दिखावा बिल्कुल भी पसंद नहीं है । ये बहुत ही परोकारी ब्यक्ति हैं । अपने स्टॉफ के के प्रति इनका रवैया हमेशा बहुत ही उत्तम रहा है । ये एक परोपकारी ब्यक्ति हैं । इन्हे परोपकार की वजह से बहुत सारे पुरस्कार मिल चुके हैं । Ratan Tata Biography In Hindi
रतन टाटा कैसे बने देश के सबसे बड़े उद्योगपति
रतन टाटा सबसे पहले लॉस एंजिल्स , कैलिफोर्निया मे स्थित जोन्स एंड एमोन्स में काम किया । रतन टाटा अमेरिका में ही बसना चाहते थे । लेकिन उनकी दादी की तबीयत खराब हो गयी । इसी कारण बस अमेरिका में बसने का सपना छोड़कर भारत वापस आ गए । और IBM में काम मरने लगे । ये बात जेआरडी टाटा को अच्छी नहीं लगी । जिसके कारण उन्होने रतन टाटा को टाटा ग्रुप के साथ काम करने को कहा । यहीं से उनके कैरियर की शुरुवात हुई । और पीछे मुड़कर नहीं देखा ।
रतन टाटा ने 1961 से टाटा के साथ मिलकर काम करना चालू किया । शुरुवात में रतन टाटा ने शॉप फ्लोर पर काम किया फिर बाद में टाटा ग्रुप की कंपनियों के साथ मिलकर काम करने लगे । और बहुत लगन के साथ काम करने लगे । काम की लगन को देखते हुए 1971 में नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी (nelco) का डायरेक्टर चुन लिया गया ।
1981 में टाटा कंपनी बहुत घाटे में आ गयी थी । जो लगभग 40% घाटे में चल रही थी । इन्ही सब को देखते हुए इन्हे टाटा का अध्यक्ष चुन लिया गया, जिसके बाद फिर से मुनाफे में चलाने लगी और थोड़े समय के बाद ही 1991 में रतन टाटा को टाटा ग्रुप का उत्तराधिकारी बना दिया गया ।
रतन टाटा ने अपनी सूझ बुझ से काम करके टाटा ग्रुप की किस्मत ही बदल डाले । कंपनी का ग्रोथ बहुत बढ़ गया । और टाटा का नाम पूरी दुनियाँ मे छा गया । Ratan Tata Biography In Hindi
टाटा ने अपनी पहली कार टाटा इंडिका नाम से 1998 मे लांच किया । इसके बाद एक के बाद कई कारें बाजार में उतारा जो टेटली , जेगुयार ,लैंड रोवर और कोरस नाम से थीं । इसके बाद उन्होने वर्ड की सबसे सस्ती कर टाटा नैनो निकाला जो फ्लाफ हो गयी ।
28 दिसम्बर 1912 को टाटा समूह की सभी जिम्मेदारियों से रतन टाटा रिटायर हो गए । Ratan Tata Biography In Hindi
इस प्रकार से रतन टाटा एक ग्रेट ब्यक्तित्व वाले व्यक्ति हैं । Ratan Tata Biography In Hindi । इनका देश के प्रति बहुत बड़ा योगदान है । देश का हर बच्चा जनता है रतन टाटा को ।अब आप जान ही गए होंगे रतन टाटा के बारे में ।
Urfi Javed | उर्फी जावेद की जीवनी । Urfi javed biography in Hindi , father , mother , boyfriend , husband , sister , hight , casts and age आदि की पूरी जानकारी दी गई है ।
उर्फी जावेद
ऊर्फी एक मशहूर भारतीय माडल टीवी अभिनेत्री हैं । 15 अक्तूबर 1996को लखनऊ उत्तर प्रदेश में पैदा हुईं थी । बड़े भैया की दुल्हनियां में अवनी की भूमिका में नजर आती हैं । तथा मेरी दुर्गा में आरती की भूमिका में नजर आती है ।
Urfi Javed biography ( ऊर्फी जावेद का जीवन परिचय )
ऊर्फी के जीवन के बारे में पूरी जानकारी निम्नलिखित हैं :
पूरा नाम
ऊर्फी जावेद
जन्म तिथि
15 /10/1996
जन्म स्थान
लखनऊ उत्तर प्रदेश
पिता का नाम
पता नहीं
माता का नाम
जकिया सुल्ताना
प्राथमिक शिक्षा
सीटी मांटेसरी स्कूल लखनऊ
हायर एजुकेशन
एम ई टी कॉलेज लखनऊ
धर्म
इस्लाम
जाति
मुस्लिम
नागरिकता
भारतीय
धरावहिक
बड़े भैया की दुल्हनियां टीवी धारावाहिक में अवनी पंत
वजन
50 kg
लंबाई
5 fit 1 Inch
शादी
अविवाहित
पेशा
टीवी एक्ट्रेस
शुरुआत
टेढ़ी मेढ़ी फैमिली
शौक
मॉडलिंग , एक्टिंग , यात्रा
बालों का रंग
काला
आंखो का रंग
भूरा
शैक्षिक योग्यता
मास कम्युनिकेशन में डिग्री
बहन का नाम
डाली जावेद
ब्वॉय फ्रेंड का नाम
पारस कलनावत
हसबैंड का नाम
अभी शादी नहीं हुई है
प्रसिद्धी का कारण
बिग बॉस O T T
साइज़
33/25/34
शुरुआत
टेढ़ी मेढ़ी फेमिली 2015
गृह नगर
लखनऊ ,उत्तर प्रदेश , भारत
टीवी शो 1
चन्द्र नंदिनी (राज कुमारी छाया )
2
मेरी दुर्गा (आरती)
3
सात फेरों की हेरा फेरी
उरफ़ी जावेद का ब्वायफ्रेंड
Urfi Javed को मेरी दुर्गा के सेट पर पारस कलनावत से मुलाक़ात हुई । दोनों मे दोस्ती हुई फिर डेट हुआ । फिर प्यार हो गया । उर्फी जावेद के ब्वायफ्रेंड का नाम पारस कलनावत था । जो बाद मे किसी कारण बस दोनों अलग हो गए ।
उर्फी जावेद के कुछ रोचक तथ्य
उर्फी हमेशा अपने कुछ खास कारनामों की वजह से सुर्खियों में रहती हैं । जो निम्न लिखित हैं :
Urfi Javed बिग बॉस में OTT के कारण सुर्खियों में आ गई थी ।
पर्दे को लेकर कुछ ऐसा बयान आया था कि इनके समुदाय के लोग काफी नाराज हो गए थे ।
कभी कभी ऐसे कपड़े पहन कर फोटो शूट करवाती हैं कि लोगों के होश उड़ जाते हैं ।
अभी हाल में ही इन्होंने केवल ऊपरी हिस्से में जंजीर ही पहन रखा था । कोई भी कपड़ा न होने के कारण इनकी त्वचा में निशान बन गए थे ।
अपने पेंट की आधी जिप खोल कर पहनती हैं । इसकी वजह से काफी चर्चा में रही हैं ।
ऊर्फी हमेशा उल्टे सीधे कपड़े पहनने की वजह से चर्चा में बनी रहती हैं । इनके फैन फॉलोअर भी बहुत बढ़ते जा रहे हैं ।
ऊर्फी का पारिवारिक जीवन काफी संघर्ष पूर्ण था । किन्ही कारणों बस पिता के द्वारा प्रताड़ित करने के बाद ऊर्फी घर छोड़कर दिल्ली भाग कर चली गई । बताते हैं एक हफ्ते तक ये एक पार्क में रहकर अपना जीवन बिताया । फिर ये नौकरी की तलास करने लगी । संयोग अच्छा था की इनको कालसेंटर में नौकरी मिल गई ।
वहीं से इनके जीवन की शुरुवात हुई । फिर कुछ दिनों तक काम करने के बाद ये टीवी धारावाहिक में काम करने लगी ।इन्होंने पहला सीरियल 2015 में टेढ़ी मेढी फैमिली में काम मिल गया । फिर कई धारावाहिकों में काम किया । लेकिन इसी बीच इनका बिग बॉस में सलेक्शन हो गया ।
बिग बास OTT से काफी चर्चा में आ गई । आज बहुत फेमस हो गई हैं ।
आप को यह लेख कैसा लगा । कमेंट करके बताएं ।
Quest.उर्फी जावेद कहां की रहने वाली हैं ?
Ans. ऊर्फी जावेद लखनऊ उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं ।
Quest. उर्फी जावेद कैसे मशहूर हुईं ?
Ans. उर्फी जावेद सबसे ज्यादा बिग बॉस से मशहूर हुई हैं ।
Neha kakkar biography , wiki , Bio ,Age , hight ,family , husband , boyfriend | नेहा कक्कड़ की जीवनी , बायो ,आयु ,लंबाई ,परिवार ,पति, बॉय फ्रेंड , ये एक भारतीय पार्श्व एवं बालीवुड की टॉप गायिका हैं । इनका जन्म 6 जून 1988 को उत्तराखंड के ऋषिकेश जिले में हुआ था । इनकी एक बड़ी बहन सोनू कक्कड़ हैं वो भी एक गायिका हैं । इनको बचपन से ही गाने और डांसिंग का शौक है ।
Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ का जीवन परिचय
Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी के बारे में निम्नलिखित जानकारी दी गयी है ।
1
पूरा नाम
नेहा कक्कड़
2
बुलाने वाला नाम
नेहा
3
ब्यवसाय
अभिनेत्री , गायिका
4
जन्म तिथि
6 जून 1988
5
पिता का नाम
ऋषिकेश कक्कड़
6
माता का नाम
नीति कक्कड़
7
बड़ी बहन का नाम
सोनू कक्कड़
8
लंबाई
4 फिट 9 इंच
9
वजन
46 केजी
10
पति का नाम
रोहन प्रीत सिंह
11
धर्म
हिन्दू
12
जाति
कक्कड़
13
नागरिकता
भारतीय
14
राशि
मिथुन
15
पसंदीदा अभिनेता
शाहरुख खान
16
पसंदीदा अभिनेत्री
जैकलिन फर्नाडीज
17
पसंदीदा म्यूजिशियन
हनी सिंह , ए आर रहमान , बोहेमियाँ , न्यवान और शानो डोनाल्ड
18
पसंदीदा फिल्म
द शौकीन
19
भाई का नाम
टोनी काकड़
20
आंखो का रंग
भूरा
21
बालों का रंग
काला
22
बॉय फ्रेंड
हिमांश कोहली
23
स्कूल
न्यू होली पब्लिक स्कूल , दिल्ली
24
जन्म स्थान
ऋषिकेश , उत्तराखंड , भारत
नेहा कक्कड़ का जीवन परिचय
नेहा कक्कड़ का शुरुआती सफर
नेहा कक्कड़ का शुरुआती जीवन बहुत अच्छा नहीं था । नेहा को बचपन से ही गाने का शौक था । शुरुआत में ये और इनकी बहन जागरण किया करती थीं । जो पैसे मिलते थे उनके पिता को हेल्प मिल जाती थी । Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी ।
2006 में नेहा कक्कड़ ने टी वी रियलिटी शो इंडियन आइडल 2 में हिस्सा लिया था । नेहा द रॉक स्टार अलबम गाने से शुरुवात की थी जो 2008 में मीत ब्रदर्स द्वारा कंपोज्ड किया गया था । जो काफी हिट भी हुआ था । यही से इनकी पहचान बन गई ।
नेहा कक्कड़ का परिवार
नेहा कक्कड़ के परिवार में उनके माता पिता तथा एक बहन और एक भाई है । उनके पिता एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं । और मां एक गृहिणी हैं । इनके भाई टोनी कक्कड़ इस समय म्यूजिक डायरेक्टर हैं जो कई फ़िल्मों में म्यूजिक दे चुके हैं । इनकी बहन सोनू कक्कड़ भी एक गायिका है , इन्ही की प्रेरणा से ही नेहा भी गायिका बनी हैं ।Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी ।
नेहा कक्कड़ के कुछ रोचक तथ्य
नेहा कक्कड़ किसी भी तरह का अल्कोहल नहीं लेती हैं । जबकि लगभग सभी सितारे इस चकाचौंध दुनियां में हर प्रकार के ड्रिंक लेने के लिए मशहूर हैं ।
बिराट कोहली इनके बहुत बड़े फैन हैं । इनसे कई बार बोल भी चुके हैं कि ” मैं आप का बहुत बड़ा फैन हूं “
ये बहुत जल्दी भाऊक हो जाती हैं । जबकि हमेशा मुस्कुराती रहती हैं ।
इन्होंने बहुत से फ़िल्मों के लिए गाने गाए हैं ।
कई अवार्ड भी जीत चुकी हैं ।
1000से ज्यादा लाइव शो कर चुकी हैं ।
Neha Kakkar ka boyfriend
नेहा कक्कड़ का एक ब्वॉयफ्रेंड भी था जिसका नाम है हिमांश कोहली । इनको लेकर बहुत तरह की अफवाहें फैलाई जाती थी । Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी ।
नेहा कक्कड़ की शादी
नेहा कक्कड़ ने अपना जीवन चलाने के लिए एक जीवन साथी चुन लिया । जिनका नाम है रोहन प्रीत सिंह । रोहन प्रीत सिंह से ही इनकी शादी हुई है ।
Neha kakkar biography | नेहा कक्कड़ की जीवनी के बारे में और भी जानकारी चाहिए तो कमेंट करके पूछ सकते हैं । इसे बाद में और अपडेट करते रहेगें । ये पोस्ट कैसा लगा कृपया कमेंट करके बताएं । Rashmika Mandanna Biography , Katrina Kaif biography की भी बायोग्राफी पढ़कर जानकारी ले सकते हैं ।
Motivenews.net को पढ़कर बहुत सी जानकारियां ले सकते हैं ।
Shikha Sharma artist biography । शिखा शर्मा एक मशहूर इंडियन रंगोली कलाकार हैं । जिनका नाम सबसे बड़ी रंगोली के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में रिकार्ड है । इनका जन्म इंदौर में हुआ था । ये एक बहुत अच्छी 3 डी आर्टिस्ट हैं । इनकी रंगोली की वजह से देश बिदेश में नाम है । ये एक मात्र ऐसी रंगोली कलाकार हैं जिन्हें थायलैंड से निमंत्रण मिला है । रंगोली मे चार बार बिश्व रिकार्ड पार कर चुकी हैं ।
Shikha Sharma artist biography
Shikha Sharma artist biography in hindi । शिखा शर्मा की जीवनी
शिखा शर्मा का जन्म 1998 इंदौर , मध्यप्रदेश भारत में हुआ था । इनकी आयु इस समय 2022 तक 24 वर्ष की हैं । ये एक बहुत बड़ी रंगोली कलाकार हैं । अपनी पेंटिंग की वजह से कई देशों में अपनी जगह बना ली हैं । बिश्व की सबसे बड़ी रंगोली बनाकर गिनीज़ बुक में अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं । अपनी पढ़ाई लिखाई बंबई मे ही पूरी की हैं । इनको ड्राइंग ,पेंटिंग और रंगोली बनाने का शौक बचपन से ही रहा है । और इनकी काफी रुचि आर्ट में ही है । इसी में ही अपना कैरियर बनाना चाहती हैं ।
शिखा शर्मा का जीवन परिचय
शिखा शर्मा डेली योगा करती हैं । ये अपने फिटनेस का काफी ख्याल रखती हैं । अपने आप को फिट रखने के लिए डाइट चार्ट इस्तेमाल करते हैं । शिखा शर्मा का जीवन परिचय का बायोडाटा निम्न लिखित है ।
1.
पूरा नाम
शिखा शर्मा
2.
जन्म तिथि
1998
3.
जन्म स्थान
इंदौर , मध्य प्रदेश , भारत
4.
हाइट
5 फुट 5 इंच
5.
वजन
53 किलो
6.
वैवाहिक
अविवाहित
7.
बॉयफ्रेंड
शान शर्मा
8.
जाति
शर्मा
9.
धर्म
हिन्दू
10.
पेशा
रंगोली कलाकार
11.
शैक्षिक योग्यता
स्नातक
12.
आंखो का रंग
भूरा
13.
बालों का रंग
भूरा
14.
बनावट
32-28-32
15.
शौक
रंगोली बनाना , यात्रा करना और ख़रीदारी करना
शिखा शर्मा की उपलब्धियां
शिखा शर्मा ने अब तक निम्न लिखित उपलब्धियां हासिल की हैं ।
विश्व की सबसे बड़ी रंगोली बनाने के कारण गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हो चुका है ।
अबतक 2 मिलियन से ज्यादा फालोवर हो चुके हैं ।
बहुत से बच्चों को रंगोली सीखा चुकी हैं ।
इनकी प्रतिभा को देखकर थाईलैंड से भी निमंत्रण मिला है ।
अपनी रंगोली कलाकार की वजह से कई देशों में नाम हो गया है ।
Shikha Sharma artist biography in hindi । शिखा शर्मा की जीवनी को पढ़कर इनके बारे में पूरी जानकारी मिल ही गई होगी । और किसी की जीवनी चाहिए तो कमेंट करके बताएं । हम पूरी कोशिश करेंग उनकी जीवनी लिखने की ।
Shika Sharma’s husband name
शिखा शर्मा की सगाई शान जोशी के साथ हो चुकी है और शादी भी हो चुकी है । इनकी फोटो निम्न है
Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar का जन्म 14 अप्रैल ,1891 को महू छावनी में महार जाति के एक गरीब परिवार में हुआ था । इनके पिता सेना में नायक थे । जिस समय बाबा साहेब का जन्म हुआ था । उस समय ऊंच नीच और छुआ छूत का भेद भाव बहुत था । इनको पढ़ने नहीं दिया जाता था । क्लास के बाहर ही बैठाया जाता था । घड़े से पानी तक पीने नहीं दिया जाता था । सब अछूत मानकर बहुत परेशान करते थे । इनका पूरा जीवन संघर्ष से भरा हुआ था ।
Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar
इन सब कठिनाइयों के बावजूद डॉक्टर अंबेडकर ने अपना हौसला नहीं छोड़ा । अपनी पढ़ाई जारी रखा । इन्होंने न केवल अपनी पढ़ाई जारी रखा बल्कि सामाजिक कू प्रथाओं के खिलाफ लड़ाई भी लड़ी ।जीतने भी संस्थागत शिक्षण संस्थान था हर सामाजिक कू प्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाने के साथ साथ सन 1917 में कोलंबिया यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल किया ।
Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar का सामाजिक संघर्ष
डॉक्टर अंबेडकर को जितनी मानसिक , शारीरिक और आर्थिक रूप से तनाव दिया गया , शायद ही कोई इसे सहन कर पाता । लेकिन इस समाज में दबे कुचले लोगों के उत्थान के लिए सब कुछ बर्दास्त करते हुए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया । देश की कट्टर पंथी सोच और ब्राह्मणवादी व्यवस्था का जमकर विरोध किया । उच्च जातियों से इन्हे स्पष्ट शत्रुता का सामना करना पड़ा था ।
बहुत सारी समस्याओं के बावजूद बाबा साहेब ने विदेशों में जाकर पीएचडी जैसी कई डिग्रियां हासिल किया । आज कल तो लोग सारी सुविधाएं होने के बावजूद लोग केवल बीए , बीएससी , बीटेक तक ही सीमित रह जाते हैं । लेकिन बाबा साहेब ने विदेशों में जाकर कैसे पढ़ाई की होगी ये सोचकर ही ताज्जुब लगता है ।
Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar
डॉक्टर अंबेडकर चाहते थे कि सब लोग बराबर हो जाएं । क्योंकि निम्न तबके के लोगों को तालाब से या किसी कुएं तक से पानी पीने का अधिकार नहीं था ।इनका छुआ हुआ पानी कोई नही पिता था । ऐसी स्थिति में इन्होनें ना केवल पढ़ाई जारी रखा बल्कि सामाजिक आंदोलन भी कई जगह किए । इसी लिए निम्न वर्ग के लोग इनको अपना मसीहा और भगवान मानते हैं ।
Dr B R Ambedkar ka jiwan parichay
इनके जीवन के बारे मे निम्नलिखत तथ्य हैं ।
1.
पूरा नाम
भीम राव राम जी अंबेडकर
2.
पिता का नाम
श्री रामजी वल्द मालोजी सकपाल
3.
माता का नाम
भीमा बाई
4
जन्म तिथि
14/04/1891
5
जन्म स्थान
महू छावनी , मध्य प्रदेश ,भारत
6
शिक्षा
मुंबई यूनिवर्सिटी से बी. ए.
कोलंबिया विश्वविद्यालय से एम. ए. , पी. एच. डी. और एल. एल. डी.
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एम. एस. सी., डी. एस. सी. बैरिस्टर एट ला
1 बहिष्कृत हितकारिणी सभा 2. समता सैनिक दल 3. डिप्रेस्ड क्लासेस एजुकेशन सोसाइटी 4. पीपुल एजुकेशन सोसाइटी 5. द बॉम्बे सेड्यूल्ड कास्ट्स इंप्रूवमेंट ट्रस्ट 6. भारतीय बौद्ध महासभा
9
प्राप्त अवार्ड / सम्मान
बोधिसत्व 1956 भारत रत्न 1990 कोलंबियन अहेड ऑफ द ईयर टाइम 2004 द ग्रेटेस्ट इन्डियन 2012
10.
विशेष कार्य
अर्थशास्त्री , मनोविज्ञानी, राजनीतिज्ञ , विधिवेत्ता , समाजशास्त्री , शिक्षा विद , प्रोफेशर , लेखक ,पत्रकार, धर्म शास्त्री , इतिहासविद , शिक्षाविद दार्शनिक
11.
धर्म
बौद्ध धर्म
12.
बच्चे
यशवन्त अंबेडकर
13.
राष्ट्रीयता
भारतीय
14.
व्यवसाय
प्रोफेसर , राजनीतिज्ञ ,वकालत
15.
जाति
महार
बाबा साहेब डा. अंबेडकर का विशेष योगदान
बाबा साहेब ने देश की जनता और देश को समर्थ बनाने हेतु बहुत से अभूतपूर्व सराहनीय कार्य किया है ।
1.रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना बाबा साहेब की लिखी गई पुस्तक “the broblem of the rupie” के आधार पर हुई थी । ये डा. अम्बेडकर की देन है ।
2.परियोजनाओं का निर्माण
हमारे देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी । बाबा साहेब एक दूरदर्शी थे । वे जानते थे कि अगर हमारे देश में कुछ ठोस कदम नहीं उठाए गए तो हमारा देश और गरीब हो जाएगा । इसलिए नदियों पर बांध बनाकर खेती के लिए पानी और बिजली की आपूर्ति हेतु महत्व पूर्ण योगदान दिया है । उन्होंने हीरा कुंड बांध, दामोदर घाटी , सोन नदी घाटी परियोजना इन्ही की देन है ।
3.आरक्षण का अधिकार
दलितों ,पिछड़ों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण का अधिकार बाबा साहेब की ही देन है । Dr Ambedkar ने समानता का अधिकार भी दिलाया है
4. महिलाओं को पढ़ने का अधिकार
सबसे पहले महिलाओं को पढ़ने का अधिकार नहीं था । डा. भीमराव अम्बेडकर ने ही महिलाओं को समानता , पढ़ने और नौकरी में आरक्षण का अधिकार दिलाया है ।
Baba Saheb Dr Bhim Rao Ambedkar ने बहुत से ऐसे ऐसे सामाजिक कार्य किया है । जो कोई भी नही कर सकता है ।
बीसवीं शताब्दी के एक श्रेष्ठ चिंतक, दूरदर्शी, यशस्वी वक्ता, ओजस्वी लेखक तथा भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू के एक महार परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालाजी अम्बेडकर तथा माता का नाम भीमाबाई था। भीमराव अपने माता-पिता की चौदहवीं संतान थे। जब वे दो वर्ष के थे तब उनके पिता थल सेना से सेवानिवृत्त हो गए तथा सपरिवार मुम्बई के सतारा जिले में आ गए। अम्बेडकर का विवाह 14 वर्ष की आयु में रमाबाई के साथ हुआ था ।
छूआछूत के दंश और उसकी गहन पीड़ा को अम्बेडकर ने बचपन से ही अनुभव किया था। स्कूल में अम्बेडकर को जात-पात के कारण अत्यंत अपमानित होना पड़ा। एक बार उन्हें ब्लैकबोर्ड तक जाने से सिर्फ इसलिए रोक दिया गया क्योंकि तथाकथित ऊंची जातियों के सहपाठियों के खाने के डिब्बे वहां पास ही में रखे थे, जब उन डिब्बों को वहां से हटा लिया गया अम्बेडकर तभी ब्लैकबोर्ड तक जा सके थे। कॉलेज पहुंचने पर उन्हें वहां के टी-स्टॉल में चाय पीने की अनुमति नहीं थी क्योंकि टी-स्टॉल का मालिक सवर्ण था।
अपनी जाति के कारण ही अम्बेडकर को संस्कृत का अध्ययन करने की अनुमति नहीं थी। बड़ौदा के शिक्षा प्रेमी महाराज सयाजीराव गायकवाड के छात्रवृत्ति देने पर 1913 में उन्होंने अमेरीका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी में राजनीति शास्त्र के छात्र के रूप में एडमिशन लिया। 1916 में भारत में जाति-भेद नामक प्रबंध लिखकर प्रो. गोल्डेन के सामने पढ़ा और उसी वर्ष भारत की अर्थव्यवस्था पर एक प्रबंध लिखा जिस पर कोलंबिया विश्वविद्यालय ने उन्हें पी.एच.डी. की डिग्री प्रदान की।
विदेश से पढ़ाई पूरी करके आने पर भी अम्बेडकर के माथे से अछूतो का कलंक नहीं मिटा यही कारण था कि बड़ौदा के किसी भी होटल में उन्हें जगह नहीं मिली। उन्होंने बड़ौदा के महाराज के यहां नौकरी कर ली किंतु यह के चपरासी भी उनसे दूर रहते थे और अपने विस्तर व कपड़े इस प्रकार समेट कर रखते थे कि कहीं अम्बेडकर के स्पर्श से वे दूषित न हो जाएं। अम्बेडकर के मकान मालिक ने उनकी जाति का पता चलते ही उन्हें अपने घर में निकाल दिया। एक कॉलेज में प्राध्यापक नियुक्त होने पर उनक को यह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं था कि वे एक ही घड़े से पानी पिएं। बाद में अम्बेडकर ने स्वतन्त्र रूप से अपना कार्य आरम्भ कर दिया।
यद्यपि, समाज में अब भी उन्हें अछूत ही माना जाता था, तथापि, उनकी यता पर किसी को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं था। बबई में अ ने दि स्मॉल होल्डिंग्स इन इण्डिया एंड देअर रेमिडीज नाम की एक पुस्तक प्रकाशित की। उन्होंने अपने जीवन का एकमात्र ध्येय हिंदू समाज के अन्द तथा अत्याचार का प्रतिकार करके अस्पृश्योद्धार करना निश्चित किया। नवंबर 1918 में डॉ. अम्बेडकर बंबई सिडेनहम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकॉनामिक्स में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर नियुक्त हुए।
जून 1921 में लन्दन विश्वविद्यालय में इनके द्वारा लिखित प्रबंध प्राविशियल डिसेंट्रलाइजेशन ऑफ इंपीरियल फायनांस इन ब्रिटिश इण्डिया पर एम.एस.सी. की उपाधि प्रदान की। जून 1922 में उन्होंने एक अन्य शोधपत्र प्रॉब्लम ऑफ रुपी लन्दन विश्वविद्यालय में जमा कराया। इसके पश्चात् वे जर्मनी के बोन विश्वविद्यालय में पढ़ाई के लिए गए और वहां से उन्होंने डी.एससी. की उपाधि प्राप्त की। उनका शोधपत्र दिसम्बर 1923 में प्रकाशित हुआ। अम्बेडकर अप्रैल 1923 में बैरिस्टर बने व उसी वर्ष से उन्होंने बंबई उच्च न्यायालय में वकालत करनी प्रारंभ की थी।
सामाजिक एकता , दलितोद्धार और सामाजिक न्याय
निःसंदेह अम्बेडकर अपनी योग्यता, अथक परिश्रम एवं कठोर संघर्ष के बल पर शनैः शनैः विकास की ओर अग्रसर हुए थे, किन्तु वे इस कटु सत्य से भी परिचित थे कि समाज में उन्हें तब तक न तो उचित स्थान मिल सकता है और न ही उनकी योग्यता का कोई मूल्य ही आंका जाएगा, जब तक कि वे अछूत रूप मे जाने जाएंगे। उन्होंने देश के सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक इतिहास का गहराई से अध्ययन किया तथा इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि हिंदू धर्म के चतुर्वर्ण से उत्पन्न अस्पृश्यता ही दलित वर्ग के पिछड़ेपन का कारण है।
इस अस्पृश्यता को मिटाए बिना सामाजिक समानता लाना सर्वथा असम्भव है। उन्होंने दलित वर्ग के लोगों में जागृति लाने का प्रयास किया और उन्हें अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित किया। उनका विचार था कि राजनीतिक एवं सामाजिक परिवर्तन लाने हेतु दलित वर्ग में शिक्षा का प्रसार किया जाना नितांत अनिवार्य है। अपने अछूतोद्धार आंदोलन का श्रीगणेश इन्होंने 20 जुलाई, 1924 को बंबई में ‘बहिष्कृत हितकारणी समा की स्थापना से किया।
अछूत वर्ग में शिक्षा का प्रसार करने के लिए छात्रावास की स्थापना करना, सांस्कृतिक विकास, वाचनालय तथा अभ्यास केंद्र चलाना, तथा कृषि स्कूल खोलना, अस्पृश्यता निवारण आंदोलन को आगे बढ़ाना आदि उनके अछूतोद्धार आंदोलन के प्रमुख कार्यक्रम थे।
डॉ. अम्बेडकर न केवल अस्पृश्यता को अपितु जातिवाद और वर्णभेद को भी सदा के लिए मिटा देना चाहते थे। इस संदर्भ में उन्होंने 1927 में पहाड़ में एक सार्वजनिक सभा का आयोजन किया तथा तदुपरांत चारदार के तालाब से, जहां अछूतों को पानी पीने की अनुमति नहीं थी, सामूहिक रूप से पानी पिया। तत्पश्चात् 2 मार्च, 1930 को गुजरात के कालाराम मन्दिर में अछूतों के प्रवेश पर लगी रोक के विरुद्ध सत्याग्रह आरम्भ किया।
8 अगस्त, 1930 को नागपुर में एक अखिल भारतीय दलित कांग्रेस का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अम्बेडकर ने की थी। उन्होंने दलित वर्ग के लोगों को लोक सेवाओं में जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने साइमन आयोग से यह शिकायत की कि उसने दलित वर्ग की आवश्यकताओं एवं उनके अधिकारों का क्रमबद्ध रूप से निम्न मूल्यांकन किया। दिसम्बर 1930 में उन्होंने गोल मेज सम्मेलन में भाग लिया, जिससे विश्वभर में उनकी छवि भारत के अस्पृश्य के नेता के रूप में उभर कर आई।
उन्होंने दलित वर्ग के प्रति अंग्रेजों के उपेक्षित व्यवहार को लक्षित किया। उन्होंने अन्य भारतीय नागरिकों की भाँति दलित वर्ग के लिए समान नागरिक अधिकारों तथा अस्पृश्यता एवं किसी भी रूप में कानूनी असमानता के निवारण की मांग की। उन्होंने दलित वर्ग के राजनीतिक संरक्षण की योजना का स्मरण-पत्र तैयार करके अल्प मत उप-समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।
इसमें पृथक निर्वाचन तथा सुरक्षित सीटो की मांग की गई थी, जो आगे चलकर महात्मा गांधी एवं डॉ. अम्बेडकर के मध्य संघर्ष का कारण बनी। बाद में उन्होंने इस संबंध में गांधी जी के साथ 24 सितम्बर, 1932 को पूना में एक समझौता (पूना पैक्ट) किया, जिसके अनुसार वे पृथक् निर्वाचन संघ के स्थान पर पृथक् प्रतिनिधित्व पर सहमत हुए।
15 अगस्त, 1947 को भारत स्वतन्त्र हुआ। जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में बनी अंतरिम सरकार में वे विधि मंत्री बनाए गए। 29 अगस्त, 1947 को संविधान सभा में अम्बेडकर की अध्यक्षता में एक प्रारूप समिति का गठन किया गया। उन्होंने 4 नवम्बर, 1948 को संविधान का प्रारूप संविधान सभा को सौंप दिया।
26 नवम्बर, 1949 को संविधान सभा द्वारा संविधान को स्वीकृति प्रदान कर दी गई। इसके कुछ प्रावधान (नागरिकता, निर्वाचन एवं अंतरिम संसद से संबंधित उपबंध एवं अस्थायी तथा संक्रमणकारी उपबंध) तत्काल प्रभाव से तथा शेष संविधान 26 जनवरी, 1950 से संपूर्ण देश में लागू कर दिया गया।
अम्बेडकर ने 1949 में काठमाण्डू में ‘विश्व बौद्ध सम्मेलन’ को ‘मार्क्सवाद एवं बौद्ध धर्म’ विषय पर संबोधित किया। जुलाई 1951 में उन्होंने भारतीय बौद्ध जनसंघ की तथा 1955 में भारतीय बौद्ध सभा की स्थापना की। 15 अप्रैल, 1948 को इन्होंने डॉ. शारदा कबीर, जो कि जाति से ब्राह्मण थीं, से पुनर्विवाह किया (उनकी प्रथम पत्नी का 27 मई, 1935 को स्वर्गवास हो चुका था)।
हिंदू धर्म में व्याप्त छुआछूत एवं अन्य कुरीतियों से खिन्न होकर डॉ. अम्बेडकर ने 14 अक्टूबर, 1956 को नागपुर में अपने लगभग 2 लाख दलित अनुयायियों के साथ सामूहिक रूप से हिंदू धर्म का त्याग कर बौद्ध धर्म की दीक्षा ली। 6 दिसम्बर, 1956 को इस महान समाजसेवी, दलितों के उद्धारक एवं गरीब किसानों के हित चिंतक का निधन हो गया
Katrina Kaif biography । कैटरीना कैफ की जीवनी । कैटरीना कैफ का जन्म 16 जुलाई 1983 को हांग कांग लंदन में हुआ था । इनकी माता का नाम सुजेन टुर्कोट तथा पिता का नाम मुहम्मद कैफ है ।इनका पालन पोषण और पढ़ाई लिखाई इनकी माँ के ही जिम्मे था । क्योकि इनके बचपन में ही माता पिता का तलाक हो गया था ।
Katrina Kaif biography
कैटरीना कैफ की मां कई देशों में रह चुकी हैं । इसलिए इनकी पढ़ाई पत्राचार द्वारा ही ज्यादा हुई है । इन लोगों को पढ़ाई और पालन पोषण की जिम्मेदारी इनके मां की ही जिम्मेदारी थी । ये बहुत सी हिट फिल्मों मे काम कर चुकी हैं ।
कैटरीना कैफ का जीवन परिचय ( biography of Katrina Kaif in hindi )
कैटरीना कैफ बॉलीवुड में एक बेहतरीन अदाकारी के लिए मशहूर हैं । ये कई भाषाओं में फिल्में कर चुकी हैं । जैसे हिंदी , तेलुगु , मलयालम और इंग्लिश आदि भाषाओं में अभिनय कर चुकी हैं ।
Katrina Kaif biography
1
पूरा नाम
कैटरीना कैफ
2
जन्म तिथि
16 /07/1983
3
हाईट
5 फिट 8 इंच
4
वजन
56 किलो ग्राम
5
जन्म स्थान
हांग कांग
6
राष्ट्रियता
ब्रिटिश
7
धर्म
इस्लाम
8
पहली फिल्म
बूम 2003
9
वैवाहिक स्थिति
विवाहित
10
पति का नाम
विक्की कौशल
11
पसंदीदा अभिनेता
ऋतिक रोशन , सलमान खान
12
पसंदीदा स्थान
लंदन ,स्पेन ,दुबई और इटली
कैटरीना कैफ
कैटरीना कैफ का फिल्मी सफर
कैटरीना कैफ ने अपने कैरियर की शुरुवात बचपन मे ही कर दी थी । अपनी पहली शुरुआत एक माडल के रूप में किया था । कैटरीना एक पेशेवर माडलिंग के रूप मे लंदन से ही शुरू किया । 2003 में अपनी पहली फिल्म बूम से की थी जिसमे बहुत ही दिग्गज एक्टर अमिताभ बच्चन , गुलशन ग्रोवर ,जैकी श्राफ , पद्म लक्ष्मी और मधु स्प्रे थे । इस फिल्म का खूब प्रचार किया गया । लेकिन सफल नहीं हुई । फिर 2004 में तेलुगू फिल्म मल्लीश्वरी में बतौर हीरोइन किरदार निभाया । जो बहुत सफल तो नहीं हुई लेकिन कमाई कर गई ।
कैटरीना कैफ की फिल्मों की लिस्ट
फिल्म
वर्ष
बूम
2003
मैने प्यार क्यों किया
2005
हमको दीवाना कर गए
2006
नमस्ते लंदन
2007
पार्टनर
2007
अपने
2007
वेलकम
2008
रेस
2008
सिंह इज किंग
2008
हेलो
2008
युवराज
2008
न्यूयार्क
2009
दे दना दन
2009
अजब प्रेम की गजब कहानी
2009
राजनीति
2010
तीस मार खां
2010
जिंदगी ना मिलेगी दोबारा
2011
बाडी गार्ड
2011
मेरे ब्रदर की दुल्हन
2011
अग्निपथ
2012
एक था टाइगर
2012
जब तक है जान
2012
मैं कृष्णा हूं
बॉम्बे टॉकीज
2013
धूम
2013
बैंग बैंग
2014
फैंटम
2015
बार बार देखो
2016
फितूर
2016
टाइगर जिंदा है
2017
जग्गा जासूस
2017
जीरो
2018
ठग्स ऑफ हिंदुस्तान
2018
ज्वेल ऑफ इंडिया
2019
भारत
2019
सूर्य बंशी
2021
मेरी क्रिसमस
2022
टाइगर 3
2022
जी ले जरा
2022
सत्ते पे सत्ता
2022
फोन भूत
2022
कैटरीना कैफ की शादी
इनकी शादी की चर्चा कई लोगों के साथ थी लेकिन किसी से नहीं किया । बाद में कैटरीना कैफ की शादी 9 दिसंबर 2021 को विक्की कौशल के साथ फोर्ट बरवाड़ा में हुई थी । शादी बहुत ही बेहतरीन तरीके से हुई थी ।
कैटरीन कैफ के पारिवार के सदस्य
कैटरीना कैफ के माता पिता के अलावा तीन बड़ी बहन स्टेफनी , क्रिस्टीन और नातासा तथा तीन छोटी बहनें मेलिसा , सोनिया , इसाबेल हैं । एक छोटा भाई माइकल कैफ भी है ।
Katrina Kaif biography | कैटरीना कैफ की जीवनी
Katrina Kaif biography | कैटरीना कैफ की जीवनी के बारे में बहुत सी जानकारियां हैं । अगर कुछ जानना चाहते हैं तो कमेंट करके पूछ सकते हैं । आप को यह लेख कैसा लगा कृपया कमेंट करके बताएं ।